Prayagraj News-डेविड ल्यूक को कार्यवाहक प्रधानाचार्य के पद से बर्खास्त किया

Prayagraj News-इलाहाबाद हाईस्कूल सोसायटी से संचालित ब्वॉयज हाईस्कूल के कार्यवाहक प्रधानाचार्य डेविड ल्यूक की एम०ए० की अंकतालिका फर्जी पाये जाने पर सिविल लाइन्स थाने में दर्ज की गयी प्राथमिकी के आधार पर डेविड ल्यूक को कार्यवाहक प्रधानाचार्य एवं शिक्षक के दोनों पदों से बर्खास्त कर दिया गया। बर्खास्तगी आदेश तत्काल प्रभाव से लागू किया है जिसमे डेविड ल्यूक को निर्देशित किया गया कि विद्यालय के वरिष्ठ अध्यापक को कार्यवाहक प्रधानाचार्य का पद भार सौंप दें।

मौरिश एडगर दान ने बताया कि संस्था इलाहाबाद हाईस्कूल सोसायटी से ब्वॉयज हाईस्कूल एवं गर्ल्स हाईस्कूल संचालित होता है। वर्ष 2010 में उक्त संस्था का चेयरमैन बनने के पश्चात मैंने डेविड ए. ल्यूक जो कि दिनांक 15.03.1990 को ब्वॉयज हाईस्कूल में वार्डन के पद पर नियुक्त हुए और बाद में विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्त हो गए थे। जिनको तत्कालीन प्रधानाचार्य सी०वी० इनिस ने सहायक अध्यापक के पद से दिनांक 01.07.2010 को बर्खास्त कर दिया था बाद में डेविड ल्यूक ने अपना बहाली आदेश प्रस्तुत करते हुए कार्यवाहक प्रधानाचार्य बनाने का अनुरोध किया जिस पर सोसायटी के प्रस्ताव दिनांकित 11 अगस्त 2010 के द्वारा डेविड ल्यूक को कार्यवाहक प्रधानाचार्य का नियुक्ति पत्र मेरे द्वारा दिया गया था।

मेरे द्वारा दिए गए नियुक्ति पत्र के आधार पर डेविड ल्यूक कार्यवाहक प्रधानाचार्य बने तत्तपश्चात 16 अप्रैल 2012 को ब्वॉयज हाईस्कूल के प्रधानाचार्य पद का विज्ञापन मेरे द्वारा बतौर चेयरमैन निकाला गया जिसमें डेविड ल्यूक समेत कई अन्य अभ्यर्थियों ने भी आवेदन किया और साक्षात्कार दिया लेकिन साक्षात्कार में कोई भी योग्य अभ्यर्थी नहीं पाए जाने पर किसी की नियुक्ति प्रधानाचार्य पद पर नहीं हो पायी। डेविड ल्यूक बढ़ई (काष्ठ कला) विषय से हाईस्कूल पास थे तथा इंटरमीडिएट में एक विषय में फेल थे और ग्रेस मार्क्स से पास हुए थे जिनके कारण इनका चयन नहीं हो पाया। तब मेरे द्वारा दिनांक 17 अप्रैल 2012 को डेविड ल्यूक को प्रधानाचार्य के पद पर नयी नई नियुक्ति होने तक कार्यवाहक प्रधानाचार्य के रूप में कार्य करते रहने हेतु पूर्व में तय वेतनमान एवं शर्तों पर कार्य करने हेतु अधिकृत कर दिया गया था। डेविड ल्यूक ने प्रधानाचार्य के पद हेतु जो फॉर्म भरा था तथा प्रार्थना पत्र के साथ बायोडाटा एवं शैक्षणिक प्रमाण पत्र संलग्नक किये थे उन सभी प्रपत्रों पर डविड ल्यूक ने सेल्फ अटेस्ट करने हुए हस्ताक्षर किया है जिसकी मूल प्रति मेरे पास मौजूद है उसके अनुसार हाईस्कूल की परीक्षा वर्ष 1981 में कला वर्ग में बढ़ई (कारपेंटर) के कोर्स के साथ प्राइवेट छात्र के रूप में द्वितीय श्रेणी में तथा इंटरमीडिएट वर्ष 1984 के कला वर्ग से तृतीय श्रेणी में ग्रेस मार्क्स के साथ प्राइवेट परीक्षार्थी के रूप में उत्तीर्ण किया था। स्नातक की परीक्षा वर्ष 1988 में प्राइवेट (व्यक्तिगत) के रूप में द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण दिखाया है जबकि परास्नातक की परीक्षा वर्ष 2007 में व्यक्तिगत परीक्षार्थी के रूप में छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर से अनुक्रमांक 361222 से प्रथम श्रेणी में कला वर्ग से उत्तीर्ण करना दिखाया है।

डेविड ल्यूक की परास्नातक की अंकतालिका हेतु शिकायत मिली थी कि कूटरचना एवं जालसाजी के द्वारा उक्त जाली मार्कशीट बनाकर उसी अंक तालिका एवं डिग्री के आधार पर वर्ष 2012 से अब तक कार्यवाहक प्रधानाचार्य के रूप में कार्य कर रहे हैं और उसी शैक्षणिक योग्यता के आधार पर विद्यालय से लगभग 3.25 करोड़ रूप्ये की निकासी कर लिया है। शिकायत के आधार पर सोसायटी द्वारा छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर से उक्त अंक तालिका के प्रमाणीकरण हेतु पत्र लिखा एवं ऑनलाइन प्रमाणीकरण फॉर्म दिनांक 22.07.2024 को भरा। जिस पर छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर द्वारा दिनांक 08.08.2024 को अवगत कराया गया की डेविड ल्यूक पुत्र श्री आर० ए० ल्यूक की एम०ए० कि अंकतालिका में दिया गया रोल न0 361222 वर्ष 2007 का विश्वविद्यालय के अभिलेखों में रिकार्ड नहीं पाया गया इस प्रकार डेविड ल्यूक ने एम०ए० की फर्जी एवं कूटरचित जालसाजी द्वारा निर्मित अंक तालिका एवं डिग्री के आधार पर कार्यवाहक प्रधानाचार्य बन कर वेतन एवं अन्य भत्ते के रूप में वर्ष 2012 से अब तक 3.25 करोड़ का भुगतान लिया गया। इनके विरूद्ध दंडात्मक कार्यवाही कराने तथा कार्यवाहक प्रधानाचार्य के रूप में लिए गए 3. 25 करोड़ रूपये की वापसी कराये जाने हेतु मुकदमा पंजीकृत कराने हेतु थाना प्रभारी सिविल लाइन्स को सभी साक्ष्यों के साथ प्रत्यावेदन दिया था जिस पर जाँचोपरान्त सिविल लाइन्स पुलिस ने मेरे द्वारा लगाये गये आरोपों को सही पाते हुये मुकदमा पंजीकृत कर लिया। मुकदमा पंजीकृत हो जाने के पश्चात् छात्रों के भविष्य तथा विद्यालय की गरिमा को देखते हुए डेविड ल्यूक को बर्खास्त किया गया है। जल्द ही एक प्रतिनिधि मंडल मा० मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से मिलकर डेविड ल्यूक की गिरफ्तारी कराने की माँग करेगा।

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रिपोर्ट: राजेश मिश्रा प्रयागराज

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