मरीजों की एंट्री में फर्जी मोबाइल नंबर दर्ज किए गए। खबर लिखे जाने तक दिल्ली सरकार की ओर से इस पर प्रतिक्रिया सामने नहीं आई थी। राजभवन सूत्रों के मुताबिक, लाखों फर्जी टेस्ट के बदले निजी लैब्स को पेमेंट दिया गया। दिल्ली के गरीबों के नाम पर अरबों का घोटाला किया गया। यह भी आरोप है कि मोहल्ला क्लीनिक में बहुत से डॉक्टर पहले से रिकॉर्ड वीडियो के आधार पर गलत तरीके से उपस्थिति दर्ज कर रहे थे। नॉन-मेडिकल स्टाफ की ओर से मरीजों को टेस्ट और दवाइयां लिखी जा रहीं थीं। एलजी की ओर से की गई नई सिफारिश के बाद एक बार फिर अरविंद केजरीवाल सरकार और राजभवन के बीच तनातनी बढ़ सकती है। एलजी ने मोहल्ला क्लीनिक में फर्जी टेस्ट की जांच की सिफारिश ऐसे समय पर की है जब केंद्रीय जांच एजेंसी पहले से ही अरविंद केजरीवाल सरकार के खिलाफ कई जांच में जुटी है, जिनमें कथित शराब घोटाला सबसे प्रमुख है। खुद अरविंद केजरीवाल को ईडी तीन बार तलब कर चुकी है। आम आदमी पार्टी को आशंका है कि केजरीवाल को जल्द ही गिरफ्तार किया जा सकता है।
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