Up News -यज्ञ से हमारा वातावरण पवित्र और देवमय बन जाता है। यज्ञवेदी में स्वाहा कहकर देवताओं को भोजन परोसने से मनुष्य को दुख-दारिद्र और कष्टों से छुटकारा मिलता है। वेदों में अग्नि ईश्वर के रूप में वंदनीय है। हमारे द्वारा दी जाने वाली आहुति को अग्नि देव अन्य देवताओं के पास ले जाते हैं। फिर वे ही देव प्रसन्न होकर उन छवियों के बदले कई गुना सुख, समृद्धि और अन्न-धन देते हैं। यज्ञ वायुमंडल को स्वस्थ रखते हुए हमें स्वच्छ परिवेश उपलब्ध कराते हैं।
Up News -also read-Aryakul Group of College -आर्यकुल कॉलेज ऑफ फार्मेसी एंड रिसर्च में कैम्पस प्लेसमेंट ड्राइव का आयोजन हुआ
उक्त बातें श्रीरामजानकी मंदिर मठ कसया में बुधवार को दस दिवसीय श्रीराम महयज्ञ को सम्पन्न करा रहे यज्ञाचार्य पंडित रामजी पांडेय ने श्रीराम महयज्ञ के आठवें दिन कही। इस अवसर पर महंत त्रिभुवन शरण दास, व्यवस्थापक देव नारायण शरण, पंडित राजू तिवारी, पंडित अमरीश मिश्र, पंडित नंदू मिश्र, पंडित अमरनाथ तिवारी, पंडित अजीत चौबे, पंडित नागेंद्र पांडेय, यजमान आलोक श्रीवास्तव, शशि श्रीवास्तव, काशीनाथ सिंह, शकुंतला सिंह, धनंजय तिवारी, प्रियंका तिवारी, संजय पांडेय, रानी पांडेय, विपिन बिहारी श्रीवास्तव, उर्मिला श्रीवास्तव लक्ष्मी प्रसाद मद्देशिया, मीना देवी, घनश्याम, बृज देवी, शिवम राय, प्रदीप अग्रहरी आदि उपस्थित रहे।