लखनऊ। यूपी एसटीएफ प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या के मामले में अतीक के बेटे असद और पत्नी शाइस्ता की धरपकड़ के लिए ऑपरेशन क्लीन स्वीप चला रही है। इसके लिए इनके सहयोगियों के साथ रिश्तेदारों पर नजर रख रही है। इनके खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। इसी क्रम में उमेश पाल पर बम फेंकने वाले गुड्डू को पनाह देने वाले अतीक अहमद के बहनोई डॉ. अखलाक तक पहुंच गई।
अब उसके घर से मिले वीडियो के आधार पर ही प्रयागराज पुलिस अब अतीक के परिवार के तीन और लोगों का नाम एफआईआर में शामिल करने जा रही है। इसमें अतीक की बहन आयशा और उसके रिश्तेदार हैं। सूत्रों के मुताबिक उमेश पाल की हत्या में शामिल गुड्डू मुस्लिम को पनाह देने वाले अतीक के बहनोई डॉ. अखलाक और नौकर शाहरुख से अदस के विषय में पुलिस को कई अहम जानकारी मिली हैं।
इसमें सामने आया है कि अतीक की बहन आयशा का भी इसमें कनेक्शन मिला है। जिसने इन लोगों भगाने में सहयोग किया था। उमेश पाल हत्याकांड की कमान अतीक की पत्नी शाइस्ता और बेटे असद के हाथ में थी। वहीं शूटर को सेफ स्थान भेजने के लिए गुड्डू मुस्लिम की जिम्मेदारी थी। वहीं गुड्डू को छिपाने की जिम्मेदारी बहन आयशा ने ली थी। जिसके चलते ही घटना के बाद सब को अपने अपने जगह पर छिपाने के बाद गुड्डू मेरठ पहुंचा था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता के पिता मोहम्मद हारून यूपी पुलिस में सिपाही थे। इसलिए वह पुलिस के हर पैतरे से वाकिफ है, कि पुलिस किस तरह अपराधी तक पहुंचने के लिए क्या उपाय अपनाती है। इसलिए उमेश पाल की हत्या के बाद उसने पूरे ऑपरेशन में वो कोई गलती नहीं की जिससे उसका बेटा और शूटर पुलिस के हाथ लगते।
इसीलिए उसने सभी को अलग-अलग दिशा में भेजा और यूपी की सीमा पार करा दिया। अभी तक की जानकारी के मुताबिक घटना में शामिल लोग ग्रेटर नोएडा, मेरठ, दिल्ली होते हुए मुंबई तक पहुंचे। वहीं कुछ लोग बिहार होते हुए पश्चिम बंगाल की तरफ चले गए।