इंदौर। ‘मोदी सरनेम’ मानहानि केस में दोषी और बाद में लोकसभा की सदस्यता से कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अयोग्य ठहराए जाने पर कांग्रेस के नेता केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। इसी कड़ी में वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ और लोकसभा सदस्य शशि थरूर ने मंगलवार को राहुल गांधी को अयोग्य ठहराए जाने पर सवाल उठाए और सत्तारूढ़ भाजपा पर इशारों ही इशारों में निशाना साधा।
दरअसल, कमलनाथ और शशि थरूर, अखिल भारतीय पेशेवर कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई की इंदौर में ‘‘संविधान का संरक्षण और संविधान का उत्थान’’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी में भाग लेने पहुंचे थे। इस दौरान मीडियाकर्मियों से बातचीत में कमलनाथ ने कहा कि राहुल गांधी के कर्नाटक में चार साल पहले दिए गए बयान को लेकर मानहानि का मुकदमा गुजरात में चलाया गया जिसमें उन्हें सजा सुनाई गई और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहरा दिया गया। उन्होंने कहा कि वह संगोष्ठी में मौजूद वकीलों से पूछना चाहते हैं कि राहुल गांधी के खिलाफ उठाए गए कदम सद्भावनापूर्ण हैं या दुर्भावनापूर्ण?
वहीं, शशि थरूर ने अपनी बात रखते हुए कहा कि कर्नाटक में वर्ष 2019 के दौरान दिए गए बयान में राहुल गांधी ने तीन-चार लोगों के नाम लेकर अपनी बात कही थी और उनके बयान का मतलब यह कतई नहीं था कि ‘‘मोदी’’ उपनाम वाले सभी लोग ‘‘चोर’’ हैं। उन्होंने कहा कि राहुल के कथन के दोनों अभिप्राय समझे जाने चाहिए थे और उन्हें चेतावनी देकर उनके खिलाफ मामला खत्म किया जाना चाहिए था, लेकिन उन्हें (संबंधित कानूनी प्रावधान के तहत) दो साल की अधिकतम सजा सुनाई गई।’
थरूर ने आगे कहा कि ‘‘मोदी’’ उपनाम वाले जिस बयान को लेकर सुनाई गई सजा के बाद गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराया गया, वह उन्होंने एक चुनावी सभा में दिया था। उन्होंने कहा कि चुनावी भाषण में लोग बहुत सारी बातें बोलते हैं। आप सब जानते हैं कि भाजपा ने चुनावों के दौरान मेरे या कमलनाथ के बारे में क्या-क्या कहा है।