प्रयागराज। अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। ये खुलासा अतीक और उसके भाई पर गोलियां बरसाने वाले तीनों हमलावरों ने पूछताछ में किया है। हमलावरों ने पूछताछ में बताया कि कानपुर के हिस्ट्रीशीटर बाबर ने उन्हें आधुनिक बंदूकें दी थीं।
पूछताछ में तीनों शूटर सनी, अरूण और लवलेश ने ये खुलासा किया है। सनी की बाबर से हमीरपुर जेल में मुलाकात हुई थी। बाबर पंजाब के अपराधियों से संबध रखता है। अतीक अहमद और अशरफ की हत्या करने वाले शूटर्स ने पुलिस की पूछताछ में बताया है कि बाबर ने ही शूटर्स को असलहा उपलब्ध कराए थे। बाबर हाल ही में जेल से जमानत पर छूट कर आया है। बाबर का अतीक की हत्या में कितना हाथ है, क्या उसने ही इस साजिश को रचा था, फिलहाल इस मामले पर कोई खास जानकारी नहीं मिल पाई है।
कौन है कानपुर का शातिर अपराधी बाबर?
अतीक के हत्यारों को असलहा मुहैया कराने वाला बाबर कानपुर का शातिर अपराधी है। उसके ऊपर यहां पांच मुकदमें दर्ज हैं. उसकी क्राइम कुंडली को देखते हुए पुलिस ने उस पर इनाम भी घोषित किया है। एटीएस ने 2013 में विदेशी असलहे के साथ बाबर को गिरफ्तार किया था। इस मामले बाबर जेल की सजा भी काट चुका है। इसके साथ ही उसका पंजाब के कुछ अपराधियों से भी कनेक्शन सामने आया है।
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार की रात को तीन आरोपियों अरुण मौर्य, सनी और लवलेश तिवारी ने उस वक्त हत्या कर दी थी जब उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए लाया गया था। हत्यारों ने मीडिया के कैमरों के सामने दोनों के सिर में गोली मारी, जिसके बाद वो नीचे गिर पड़े, इसके बाद तीनों ने उनपर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। इस घटना से पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया है। पुलिस कस्टडी में अतीक और अशरफ की हुई मौत के बाद इस पर सियासत भी जमकर हो रही है। तमाम विरोध दल इस हत्याकांड को लेकर यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं।