
MP World Meditation Day:विश्व ध्यान दिवस के अवसर पर रविवार को मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा हार्टफुलनेस फाउंडेशन के सहयोग से एक व्यापक एवं अनुकरणीय सामूहिक ध्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस ऑनलाइन सत्र में प्रदेश के सभी जिलों के थाना स्तर तक पदस्थ पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारियों ने सहभागिता की।
कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए प्रत्येक जिले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकों को नोडल अधिकारी तथा थानों में पुलिस समन्वयक नियुक्त किए गए थे। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रातः 10:00 बजे से 11:15 बजे तक रिलैक्सेशन, गाइडेड ध्यान एवं आत्मावलोकन सत्र आयोजित हुए।
इस अवसर पर हार्टफुलनेस मुख्यालय कान्हा शांतिवनम, हैदराबाद से कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया। वैश्विक स्तर पर आयोजित इस ध्यान सत्र में लगभग एक करोड़ लोगों ने सहभागिता की, जबकि मध्यप्रदेश पुलिस के 2800 से अधिक केंद्रों से 50 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी जिला, थाना एवं बीट स्तर तक ज़ूम के माध्यम से जुड़े। यह सहभागिता पुलिस कल्याण के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान मानी जा रही है।
साप्ताहिक ध्यान कार्यक्रम का शुभारंभ
पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाणा के निर्देशानुसार प्रदेश के सभी पुलिस थानों में साप्ताहिक ध्यान कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ भी किया गया। यह पहल फरवरी 2025 में मध्यप्रदेश पुलिस और हार्टफुलनेस संस्था के बीच हुए एमओयू के तहत संचालित की जा रही है, जिसके अंतर्गत पुलिसकर्मियों को निःशुल्क ध्यान प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
थाना, यातायात, महिला थाना, अजाक, अपराध शाखा सहित सभी इकाइयों में प्रत्येक रविवार को नियमित ध्यान सत्र आयोजित किए जाएंगे।
1200 ध्यान केंद्र स्थापित करने की घोषणा
कार्यक्रम के दौरान हार्टफुलनेस फाउंडेशन के प्रणेता एवं वैश्विक आध्यात्मिक मार्गदर्शक पूज्य दाजी ने मध्यप्रदेश पुलिस में साप्ताहिक ध्यान को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से 1200 रिलैक्सेशन एवं मेडिटेशन सेंटर्स पुलिस थानों एवं पुलिस लाइनों में प्रारंभ करने की घोषणा की।
मानसिक सशक्तिकरण की दिशा में ठोस पहल
ऑनलाइन सामूहिक ध्यान सत्र के शुभारंभ पर पुलिस मुख्यालय से उप पुलिस महानिरीक्षक विनीत कपूर (पीएसओ टू डीजीपी) ने ध्यान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नियमित ध्यान पुलिसकर्मियों की कार्यक्षमता, मानसिक संतुलन, निर्णय क्षमता एवं तनाव प्रबंधन को सुदृढ़ करता है।
यह सामूहिक ध्यान कार्यक्रम पुलिसकर्मियों के मानसिक स्वास्थ्य, आत्मसंयम एवं सकारात्मक सोच को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध हुआ है। मध्यप्रदेश पुलिस की यह पहल यह दर्शाती है कि बल न केवल कानून-व्यवस्था के प्रति प्रतिबद्ध है, बल्कि अपने कर्मियों के मानसिक, भावनात्मक एवं नैतिक सशक्तिकरण के लिए भी निरंतर प्रयासरत है।



