
Raja Raghuvanshi murder case: राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच में बड़ा मोड़ तब आया जब शिलॉन्ग पुलिस को सोनम द्वारा इंदौर लाया गया एक जला हुआ काला बैग मिला। पुलिस को शक है कि इस बैग में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, सिम कार्ड और अन्य सबूत थे, जिन्हें मिटाने की कोशिश की गई। बैग की जांच फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) में कराई जाएगी।
जांच टीम पहुंची घटनास्थल पर
शिलॉन्ग पुलिस और इंदौर क्राइम ब्रांच की टीम उस जगह पहुंची, जहां यह बैग जलाया गया था। बैग हरे कृष्णा विहार कॉलोनी के एक खाली प्लॉट में जलाया गया था। पुलिस ने बैग और अन्य सामग्री जब्त कर जांच शुरू कर दी है।
सोनम का ठिकाना और सीसीटीवी फुटेज
सोनम ने इंदौर के देवास नाका स्थित एक फ्लैट में 30 मई से 7 जून तक डेरा जमाया था। पुलिस ने इस दौरान के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालकर काले बैग के बारे में सुराग जुटाया।
गार्ड बलबीर को गांव से पकड़ा गया
पुलिस ने आरोपी बलबीर अहिरवार को अशोकनगर जिले के शाढ़ौरा से पकड़ा। वह गांव मक्का की बुआई के लिए गया था। वहीं कॉन्ट्रैक्टर शिलोम जेम्स भोपाल भागने की कोशिश में था, जिसे भी गिरफ्तार किया गया।
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सबूत मिटाने की साजिश में शामिल
दोनों आरोपियों पर हत्या के सबूत मिटाने में मदद का आरोप है। कोर्ट ने उन्हें 7 दिन की ट्रांजिट रिमांड पर भेजा है। इससे पहले पुलिस सोनम रघुवंशी, राज कुशवाह समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। जांच अब बैग की FSL रिपोर्ट पर टिकी है, जो केस में निर्णायक साबित हो सकती है।