Jharkhand: रांची के डोरंडा स्थित सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति की ओर से गुरुवार को कलश यात्रा निकाली गई। कलश स्थापना और शारदीय नवरात्र के आगमन पर मुख्य संरक्षक आलोक कुमार दूबे, संरक्षक कपिलदेव सिंह, अध्यक्ष गौतम दूबे “गोपी” के नेतृत्व में महिलाओं द्वारा मस्तक पर कलश और नारियल रख कर छप्पन सेट मंदिर परिसर से यात्रा निकाली गई।
यह यात्रा तुलसी चौक, अम्बेडकर चौक, विवेकानंद चौक होते हुए बटम तालाब गई और बटम तालाब में जल भर कर एवं संकल्प कर माँ दुर्गे के संगीतमय भजन पर झूमते नाचते गाते हुए राजेंद्र चौक, गोरखा चौक होते हुए वापस मंदिर परिसर पहुंची ।पंडित उदय शंकर मिश्र के मंत्रोच्चार एवं कमिटी की ओर से मुख्य यजमान विकास कुमार के जरिये सभी कलश छप्पन सेट मंदिर परिसर में स्थापित कर माता का आह्वान किया गया।
समिति के मुख्य संरक्षक आलोक कुमार दूबे ने कहा कि देवी दुर्गा का नव दिवसीय पर्व कलश स्थापना के साथ शुरू हो गया है। नेपाल हाउस डोरंडा में कार्यरत सरकारी कर्मचारियों के जरिये 61 वर्ष पूर्व छोटे रूप में नवरात्रि की पूजा प्रारंभ की गई थी,जो आज बड़े रूप में लगातार जारी है। सेवानिवृत्त होने के बाद भी यहां से चले गए लोग अपने परिवार के साथ पूजा देखने अवश्य आते है। आलोक दूबे ने बताया 56 सेट डोरंडा मंदिर परिसर में मां दुर्गा की मूर्ति को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
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माँ दुर्गा के साथ भगवान गणेश, कार्तिक भगवान, सरस्वती माता भी विराजमान होती है। समिति के अध्यक्ष गौतम दूबे “गोपी” ने कहा 10 दिनों तक पूरे भक्ति भाव से त्योहार संपन्न कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि कलश स्थापना के साथ पहले दिन की पूजा मां शैलपुत्री की विधि विधान के साथ आराधना की गई,खीर और पुआ का भोग लगाया गया।