हैदराबाद। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष बंदी संजय कुमार ने शुक्रवार को मांग की कि 10 वीं कक्षा के प्रश्न पत्रों के लीक होने की जांच उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से करायी जाये। श्री संजय ने करीमनगर जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद पत्रकारों से बातचीत में तेलंगाना सरकार पर आरोप लगाया कि वह टीएसपीएससी प्रश्नपत्र लीक मामले से ध्यान हटाने का प्रयास कर रही है, जिससे लगभग 30 लाख विद्यार्थी प्रभावित हुए हैं।
लोकसभा सांसद ने तीन मांगे रखी हैं, जिनमें उन्होंने 10 वीं कक्षा के प्रश्नपत्रों और टीएसपीएससी प्रश्नपत्रों के लीक होने की जांच करने, सूचना प्रौद्योगिकी एवं उद्योग मंत्री के टी रामाराव को कैबिनेट से बर्खास्त करने तथा टीएसपीएससी परीक्षा से प्रभावित लोगों को एक लाख रुपये का मुआवजा देने जैसी मांगे रखी हैं। संजय ने 10वीं कक्षा की हिंदी की परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने में अपनी संलिप्तता होने से इनकार करते हुए कहा कि किसी ने व्हाट्सऐप पर एक मैसेज उन्हें फॉरवर्ड किया था।
उन्होंने सरकार की अक्षमता पर भी सवाल उठाया और पूछा कि एक दिन पहले हुए तेलुगू पेपर के लीक होने के लिए कौन जिम्मेदार है और कैसे एक मोबाइल फोन परीक्षा केंद्र तक पहुंच गया? भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने चेतावनी दी कि पार्टी का विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक कि मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली बीआरएस सरकार द्वारा तीनों मांगों को पूरा नहीं किया जाता है।
उन्होंने कहा कि वह जल्द ही वारंगल में बेरोजगार युवाओं के साथ एक रैली आयोजित करेंगे। बंदी ने यह चेतावनी भी दी कि केसीआर परिवार को बख्शा नहीं जाएगा। श्री संजय ने कहा कि वारंगल के पुलिस आयुक्त ए वी रंगनाथ यदि ईमानदार हैं तो शपथ लेकर यह कहें कि एसएससी प्रश्न पत्र लीक में उनकी (श्री संजय की) संलिप्तता होने के बारे में जो कुछ भी उन्होंने कहा था, वह सच था। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता से बड़ी संख्या में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा में शामिल होने की अपील की, जो शनिवार को सिकंदराबाद के परेड ग्राउंड में आयोजित की जाएगी।