आईआईटी बीएचयू B-Tech सेकेंड ईयर की छात्रा के साथ गन पॉइंट पर हुई दरिंदगी के आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। पुलिस, आईआईटी प्रशासन अपने छात्रों से बातचीत किया परंतु गुरुवार देर रात तक पुलिस और प्रशासन छात्रों के गुस्से के सामने लाचार दिखा। वहीं, पीएमओ और सीएम ऑफिस से फोन आने शुरू हुए तो लंका एसएचओ अश्विनी पांडेय को लाइन हाजिर कर दिया गया। छात्रों को भरोसा दिलाया गया कि आरोपितों को ऐसी सजा मिलेगी कि उनकी सात पुश्तें याद रखेंगी। वहीं कमांड सेंटर के जरिये पूरे परिसर की निगरानी की जाएगी।
अधिकारियों ने लंका एसएचओ से पूछा कि आखिर संस्थान में आएदिन ऐसी घटनाएं बार-बार क्यों हो जा रही हैं? कैंपस के CCTV कैमरे खराब हैं। जो चल रहे हैं, उनकी क्वालिटी घटिया है। इस वजह से छात्रा के साथ घटना को अंजाम देने वाले तीनों आरोपियों की पहचान भी अभी नहीं हो सकी है। आईआईटी बीएचयू के धरना वाली जगह पर DCP काशी और वरुणा भी मौजूद रहे। वहीं, एडिशनल पुलिस कमिश्नर (कानून और व्यवस्था) एस. चिनप्पा ने छात्र समूहों और आईआईटी बीएचयू के डायरेक्टर के साथ बैठक की। छात्रों को आश्वासन दिया कि सात दिन में सभी आरोपी सलाखों के पीछे होंगे। ऐसी सजा मिलेगी कि उनकी सातों पुश्तें याद रखेंगी। 11 घंटे बाद गुरुवार देर रात छात्रों ने प्रदर्शन खत्म किया।
किस प्रकार घटी थी घटना, पीड़ित छात्रा ने बताया
पीड़ित छात्रा ने बताया कि तीन लोगों ने हमें 15 मिनट तक कब्जे में रखा, जो मन आया किया, मैं बुधवार रात 1:30 बजे अपने हॉस्टल से किसी जरूरी काम के लिए बाहर निकली। कैंपस के गांधी स्मृति चौराहे के पास मुझे मेरा दोस्त मिला। हम दोनों साथ में जा रहे थे कि रास्ते में कर्मन बाबा मंदिर से करीब 300 मीटर दूर पीछे से एक बुलेट आई। उस पर 3 लड़के सवार थे। उन लोगों ने बाइक खड़ी करके मुझे और मेरे दोस्त को रोक लिया। इसके बाद गन पॉइंट पर हमें अलग कर दिया। मेरा मुंह दबाकर मुझे एक कोने में ले गए। वहां पहले मुझे किस किया, उसके बाद गन पॉइंट पर मेरे कपड़े उतरवाए। मेरा वीडियो बनाया और फोटो खींची। मैं जब बचाव के लिए चिल्लाई तो मुझे मारने की धमकी दी। करीब 10-15 मिनट तक मुझे अपने कब्जे में रखा और फिर छोड़ दिया। मैं अपने हॉस्टल की ओर भागी तो पीछे से बाइक की आवाज आने लगी। डर के मारे एक प्रोफेसर के आवास में घुस गई। वहां पर 20 मिनट तक रुकी और प्रोफेसर को आवाज दी। प्रोफेसर ने मुझे गेट तक छोड़ा। उसके बाद पार्लियामेंट सिक्योरिटी कमेटी के राहुल राठौर मुझे आईआईटी बीएचयू पेट्रोलिंग गार्ड के पास लेकर पहुंचे। जहां से मैं अपने हॉस्टल तक सुरक्षित आ पाई। तीनों आरोपियों में से एक मोटा, दूसरा पतला और तीसरा मीडियम हाइट का था।
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किशोरी की लाश सड़क पर रखकर किया प्रदर्शन
दूसरे समुदाय के आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाने की मांग
आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने पर किशोरी ने की थी आत्महत्या
पुलिस ने दूसरे समुदाय के चार लोगों पर दर्ज किया था मुकदमा
आक्रोशित भीड़… pic.twitter.com/dBKQ7XHsCC
PMO ने IIT BHU की घटना की मांगी रिपोर्ट
आईआईटी बीएचयू में छात्रा से छेड़खानी की घटना की हर पल की रिपोर्ट गुरुवार को प्रधानमंत्री ऑफिस यानी पीएमओ भी लेता रहा। पीएमओ ने वाराणसी के अफसरों से पूरी घटना और उस पर क्या कार्रवाई की जा रही है, ये सब जाना । घटना और कार्रवाई की रिपोर्ट भी मांगी है। वहीं, CM योगी आदित्यनाथ ने भी सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। योगी ने कमिश्नर कौशलराज शर्मा और पुलिस कमिश्नर अशोक जैन से फोन पर बात की। आईआईटी प्रशासन के साथ बात कर छात्र-छात्राओं के लिए कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था करने को कहा। CM ने अलग-अलग समय में तीन बार अधिकारियों से बातचीत की। CM ऑफिस के अधिकारी भी गुरुवार सुबह से देर रात तक हर पल की जानकारी लेते रहे।
आईए जानते हैं पुलिस ने किस तरह लिया एक्शन
रात में गेस्ट हाउस में हाई लेवल मीटिंग हुई आईआईटी बीएचयू के गेस्ट हाउस में गुरुवार देर रात तक हाई लेवल बैठक चली। इसमें डीएम, कमिश्नर समेत सभी आला अधिकारी बताए जा रहे थे। आंदोलन कर रहे छात्र-छात्रा पूरे दिन डायरेक्टर को धरना वाली जगह पर ही मिलने के लिए बुला रहे थे। लेकिन, अधिकारी डरे थे कि कहीं डायरेक्टर पर कोई अप्रिय घटना न हो जाए। PMO और CMO के दबाव के बाद जब अधिकारियों का हुजूम कैंपस पहुंचा तो डायरेक्टर को छात्रों के साथ जिमखाना ओपन ग्राउंड में मीटिंग करनी पड़ी। उनकी बात माननी पड़ी और धरना खत्म कराया गया। बताया जा रहा है कि डायरेक्टर को गुरुवार रात अमेरिका भी जाना था, लेकिन फ्लाइट छूट गई।
IIT और BHU के बीच दीवार बनेगी
आईआईटी कैंपस के विभिन्न जगहों पर गुरुवार को देर रात तक संस्थान के करीब 2500 छात्र-छात्राओं ने पूरे 11 घंटे तक जमकर विरोध प्रदर्शन किया। पूरे वाराणसी की पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी IIT BHU में छात्रों के धरने को खत्म कराने में लगे रहे। लेकिन, छात्र तब तक टस से मस भी नहीं हुए, जब तक कि क्लोज कैंपस का मुद्दा स्वीकार नहीं कर लिया गया। अब IIT BHU और BHU के बीच एक बाउंड्री वॉल और कैंपस में रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक बाहरी लोगों का प्रवेश वर्जित रहेगा। इसी तरह से कुल 7 मांगे मानी गईं।