सूदखोर साहुकार पर पुलिस ने नकेल नहीं कसी इसलिए समझौता हो गया
बैतूल जिले में पुलिस की कार्य प्रणाली से कार्रवाई के बदले होने लगे है समझौते

 वर्तमान समय में जिले के पुलिस कप्तान भले ही अपनी पुलिस का पक्ष ले लेकिन सच अपने आप सीना ताने खड़ा हुआ दिखाई दे रहा है। बीते पखवाड़े में घोड़ाडोंगरी के दो किसानो ने बैतूल पुलिस को एक शिकायती आवेदन दिया था जिस पर पुलिस ने तब तक कोई कार्रवाई नहीं की जब तक की दोनो पक्षो में समझौता न हो जाए। पुलिस अपराध दर्ज करने के बदले अपराधियो को बचाने का काम कर रही है। बैतूल जिले में एक ऐसा तथाकथित भाजपा एवं विश्व हिन्दु परिषद से जुड़ा नेता है जिसने देश के प्रधानमंत्री किताब लिखी लेकिन अब बैतूल जिले में इसी नेता की साहुकारी, सूदखोरी, और जालसाजी पर बैतूल जिले की पुलिस को किताब लिखनी पड़ सकती है लेकिन पुलिस इस नेता पर अच्छी – खासी मेहरबान बनी हुई है।

जहां एक ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रदेश के किसानो को सेठ साहुकारो के चुंगल से निजात दिलाने के लिए अनेक प्रकार की योजना चला रहे है वही दुसरी ओर मुख्यमंत्री के बेहद करीबी बताने वाले प्रवीण गुगनानी पिता दाताराम गुगनानी के विरूद्ध बैतूल जिले में एक दर्जन से अधिक किसानो के आवेदन – शिकवा – शिकायते सूदखोरी, साहुकारी एवं कूट रचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने जैसे गंभीर मामले की फाइलो में दबी पड़ी हुई है। प्रवीण गुगनानी की मानसिक एवं आर्थिक प्रताडऩा के चलते जिला मुख्यालय के एक किसान ओमंकार चोपड़े की मौत हो चुकी है। मृतक की रिर्पोट पर पुलिस ने पूर्व में धारा 384 का एक मामला पंजीबद्ध करने के बाद उस मामले में आरोपी भाजपा नेता की गिरफ्तारी से बचती रही और एक समय ऐसा आया कि न्याय की उम्मीद पाले किसान को दिल का दौरा पड़ा और वह अकाल मौत मर गया। मृतक ने एक दर्जन से अधिक शिकायत पुलिस में प्रवीण गुगनानी के खिलाफ की थी लेकिन उसे मरने के बाद भी न्याय नहीं मिला। प्रवीण गुगनानी के खिलाफ जब भी कोई बैतूल जिला मुख्यालय के बैतूल गंज पुलिस ने फरियाद लेकर आता है पुलिस उस मामले में तब तक कोई भी अपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं करती जब तक दोनो के बीच समझौता न हो जाए। इस समय में बैतूल जिले में विधानसभा चुनाव का माहौल गरमाने लगा है। ऐसे में चुनावी आचार संहिता लगते ही न्याय की उम्मीद के साथ घोड़ाडोंगरी तहसील अंतर्गत आने वाले किसानो ने बैतूल गंज पुलिस में साहुकार – सूदखोर प्रवीण गुगनानी के खिलाफ  कूट रचित दस्तावेज के आधार पर उनकी जमीन हड़पने का आरोप लगाया था। शिकायतकर्ता प्रमोद मालवीय पिता महेश मालवीय, एवं आभाष मिश्रा पिता विजयकांत मिश्रा ने गंज थाने में सौंपे शिकायत आवेदन में अनावेदक प्रवीण गुगनानी निवासी बैतूल गंज के खिलाफ  कार्यवाही करने एवं अनावेदक से स्टाम्प, 7 चैक एवं वाउचर वापस दिलाने की मांग की है। शिकायतकर्ता के अनुसार उन्होंने 3 साल पहले 3 प्रतिशत की दर से 20 लाख रुपए ब्याज पर लेने का संगीन आरोप लगाया था। शिकायतकत्र्ता का लिखित आरोप है कि उसने 18 लाख मूलधन एवं ब्याज की राशि चुकता करने के बावजूद अनावेदक ने कुटरचित दस्तावेज के आधार पर उनकी लाखों की जमीन अपने नाम कर ली है।

अनावेदको का कहना है कि उन्हें प्रवीण गुगनानी को 2 लाख मूलधन और ब्याज की राशि देना है, इसके लिए उन्होंने प्रवीण गुगनानी से 6 माह का समय देने का आग्रह किया था। लेकिन प्रवीण गुगनानी ने ब्याज से पैसे लेने के लिए जमा किए गए दस्तावेजों का गलत उपयोग कर उनकी जमीन अपने नाम कर ली। इस शिकायती आवेदन पर बैतूल गंज पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और आखिर में 15 दिनो के बाद अचानक भाजपा नेता प्रवीण गुगनानी के संग दोनो शिकायतकर्ताओं ने पुलिस को आवेदन देकर अपनी शिकासत वापस लेने का अनुरोध कर लिया। 11 अक्टुबर 2023 को शिकायतकर्ता प्रमोद मालवीय एवं आभाष मिश्रा ने गंज थाने में सौंपे आवेदन में प्रवीण पिता स्वर्गीय दाताराम गुगनानी पर अनेक प्रकार के गंभीर आरोप लगाए थे। 11 अक्टुबर 2023 के आवेदन पर बैतूल गंज पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और पुलिस यह कहती रही कि लेन – देन काम मामला है और कोर्ट में चल रहा है इसलिए हम कुछ कर नहीं सकते लेकिन पुलिस उस शिकायती आवेदन में ब्याज पर पैसे लेन – देने के मामले साहुकारी एक्ट के तहत कार्रवाई कर सकती थी क्योकि अनावेदक के पास ब्याज पर पैसा लेने – देने का कोई साहुकारी लाइसेंस नहीं था उसके बाद भी साहुकारी कर रहा था लेकिन पुलिस ने ब्याज पर पैसा देने एवं ब्याज लेने के इस मामले को तब  तक ठंडे बस्ते में रखा और फिर दोनों शिकायतकत्र्ता ने एक नए आवेदन पत्र के माध्यम से जानकारी दी कि 11 अक्टूबर 2023 उनके द्वारा की गई शिकायत को आपसी समझौते के तहत खेद सहित वापस ले रहे हैं। भविष्य में उपरोक्तसंदर्भ में दोनों पक्षों द्वारा कोई कार्यवाही या शिकायत नहीं की जाएगी। कुल मिला कर बैतूल गंज पुलिस ने साहुकारी के एक बड़े मामले में आरोपी के विरूद्ध कोई कार्रवाई न करके स्वंय को सवालो के घेरे में ला खड़ा कर दिया है।

Show More

Related Articles

Back to top button