नई दिल्ली। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने हरियाणा के झज्जर और गुजरात के भरूच जिलों में दो अलग-अलग घटनाओं में सात सफाई कर्मचारियों की कथित मौत को लेकर दोनों राज्यों की सरकारों को नोटिस जारी किया है। आयोग ने चार अप्रैल को झज्जर और भरूच जिलों में सात सफाई कर्मचारियों की मौत के बारे में मीडिया रिपोर्टों का स्वत: संज्ञान लेते हुए दोनों राज्यों की सरकारों को अपने मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशक के माध्यम से नोटिस जारी कर छह सप्ताह के भीतर घटनाओं की रिपोर्ट मांगी है।
आयोग ने पाया है कि यह अधिकारियों की लापरवाही का संकेत है जिसके कारण पीड़ितों के जीवन के अधिकार का उल्लंघन होता है। सिर्फ इसलिए कि घटना निजी संपत्ति पर हुई है, यह संबंधित अधिकारियों को अपने अधिकार क्षेत्र में हो रही ऐसी खतरनाक गतिविधियों की निगरानी की अपनी जिम्मेदारी से छुटकारा पाने की अनुमति नहीं दे सकता है।
आयोग ने नोटिस में कहा है कि राज्य सरकारों की रिपोर्ट में दोषी लोक सेवकों के खिलाफ की गई कार्रवाई और पीड़ित परिवारों को प्रदान की गयी राहत और पुनर्वास की स्थिति के बारे में सूचित किया जाना चाहिए। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक पांच अप्रैल को हरियाणा के झज्जर के बहादुरगढ़ इलाके में निजी संपत्ति के सेप्टिक टैंक में पाइप फिट करने के दौरान चार लोगों की मौत हो गयी। वहीं एक अन्य घटना में गुजरात के भरूच जिले में ड्रेनेज लाइन की सफाई के दौरान तीन लोगों की मौत हो गयी।