नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा है कि सत्रहवीं लोक सभा के ग्यारहवें सत्र के दौरान आठ सरकारी विधेयक पुर:स्था-पित किए गए तथा छह विधेयक पारित किए गए। बिरला ने गुरुवार को कहा, “अब हम सत्रहवीं लोकसभा के ग्यारहवें सत्र की समाप्ति की ओर आ गए हैं, जो 31 जनवरी, 2023 को आरंभ हुआ था। इस सत्र के दौरान, हमनें 25 बैठकें कीं, जो लगभग 45 घंटे 55 मिनट तक चलीं।”
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने 31 जनवरी को एक साथ समवेत दोनों सभाओं के सदस्यों के समक्ष अभिभाषण प्रस्तुत किया। उनके अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा 13 घंटे 44 मिनट तक चली और इस चर्चा में 143 सदस्यों ने भाग लिया। चर्चा के अंत में प्रधानमंत्री ने वाद-विवाद का उत्तर दिया। सभा ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव को स्वीकार किया।
अध्यक्ष ने कहा कि वित्त मंत्री द्वारा केंद्रीय बजट एक फ़रवरी को प्रस्तुत किया गया। केंद्रीय बजट 2023-24 पर सामान्य चर्चा 14 घंटे 45 मिनट तक चली। वाद-विवाद में 145 सदस्यों ने भाग लिया और वित्त मंत्री ने चर्चा का उत्तर दिया। केंद्र सरकार के मंत्रालयों/विभागों की वित्त वर्ष 2023-24 के लिए अनुदानों की मांगों को सभा द्वारा दिनांक 23 मार्च को स्वीकृत किया गया तथा संबंधित विनियोग विधेयक को पारित किया गया।
उसके उपरांत सभा द्वारा वित्त विधेयक पारित किया गया। इस सत्र के दौरान, आठ सरकारी विधेयक पुर:स्था-पित किए गए तथा छह विधेयक पारित किए गए। उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान 29 तारांकित प्रश्नों का मौखिक उत्तर दिया गया। प्रश्न काल के बाद सदस्यों द्वारा अविलंबनीय लोक महत्व के कुल 133 मामले उठाए गए तथा नियम 377 के अधीन कुल 436 मामले लिए गए।
लोक सभा की विभागों से संबद्ध स्थायी समितियों ने 62 प्रतिवेदन प्रस्तुत किए। सत्र में निदेश 73ए के अधीन 14 और संसदीय कार्य मंत्री द्वारा संसदीय कामकाज के संबंध में दिये गये तीन वक्तव्यों सहित 23 वक्तव्य दिए गए। सत्र के दौरान 2799 पत्र सभा पटल पर रखे गए।
उन्होंने सभा की कार्यवाही को पूरा करने में सभापति तालिका में शामिल अपने साथियों का उनके योगदान के लिए आभार व्यक्त व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “संसदीय कार्य मंत्रियों, विभिन्न दलों के नेताओं और माननीय सदस्यों द्वारा दिए गए सहयोग के लिए उनका अत्यधिक आभारी हूँ।” उन्होंने सभी की ओर से प्रेस और मीडिया के मित्रों काे भी धन्यवाद दिया।