प्रयागराज। उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतीक अहमद और उसके गुर्गों पर पुलिस जिस तरह से कार्यवाही कर रही है उसको देख कर अतीक अहमद के जुल्मों से सताए लोग अब सामने आने लगे है। प्रयागराज के करेली के रहने वाले साबिर हुसैन ने सोमवार को अतीक अहमद और उसके बेटे अली पर कई आरोप लगाते हुए धूमनगंज थाने में मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी थी। आरोपों के आधार पर मामले में मंगलवार को धूमनगंज पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
60 फिट जाफरी कालोनी करैली के रहने वाले साबिर हुसैन उर्फ शेरू पुत्र स्व. अख्तर हुसैन ने आरोप लगाया कि उमेश पाल हत्याकांड से पहले यानी 15 फरवरी को अतीक अहमद के गुर्गों ने उसका अपहरण कर लिया था। उसे अतीक के पास गुजरात की साबरमती जेल ले जाकर सामने पेश करना चाहते थे। मना करने पर पिस्टल सटा कर एक करोड़ की रंगदारी मांगी थी। हालांकि उस वक्त साबिर ने इसकी शिकायत अपने परिवार को बचाने के लिए नही की थी।
साबिर के मुताबिक उमेश पाल हत्याकाण्ड में अतीक के गुर्गों पर जिस तरह से कार्यवाही हो रही, उससे उसको हिम्मत मिली है। जिसके बाद वो अब अतीक और उसके गुर्गों पर मुकदमा दर्ज कराने के लिए धूमनगंज थाने में तहरीर दे रहा है। मंगलवार को धूमनगंज इंस्पेक्टर ने अतीक अहमद, अली अहमद पुत्र अतीक अहमद, शकील, शाकिर, शबी अब्बास, फैजान, सैफ, नाम, अफ्फान, महमूद, माउद, असलम मंत्री, निवासी कसारी मसारी सहित अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
डबल मर्डर का गवाह है साबिर
साबिर उर्फ शेरू के मुताबिक 2019 में मरियाडीह इलाके में दोहरा हत्याकांड हुआ था। जिसमे आबिद प्रधान की चचेरी बहन अलकमा और ड्राइवर सुरजीत की हत्या हुई थी। इस घटना में असाद कालिया, अतीक अहमद और अशरफ आरोपी बनाए गए थे। मामले में गवाही पलटने को लेकर असाद कालिया और असलम मंत्री लगातार धमकी देता था।
गवाही न पलटने पर असाद ने शेरू के बायें हांथ में गोली मार दी थी। तब आबिद प्रधान ने अतीक के विरोधी कम्मो और जाबिर सहित कई लोगो को हत्या का आरोपी बना कर मुकदमा दर्ज करा दिया था । बाद में बीजेपी की सरकार बनी तो इस दोहरे हत्याकांड की दोबारा जांच हुई। जांच में पता चला की अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ ने साजिश रच कर डबल मर्डर करा कर अपने विरोधी कम्मो और जाबिर को उसमें फंसाया था।