जूनियर हाईस्कूल के प्रधानाध्यापक की इलाज के दौरान लखनऊ में मौत, सुसाइड नोट में लिखा-तबियत बिगड़ने का कारण-बीईओ कुड़वार द्वारा मानसिक प्रताड़ना

जूनियर हाईस्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक ने सोमवार को सुसाइड की कोशिश किया। गंभीर हालत में डॉक्टर ने उन्हें ट्रॉमा सेंटर रेफर किया था। आज तड़के इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। इस बीच रेड पेन से लिखा नोट पैड का एक पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा। ‘जिस पर उल्लेखित है, तबियत बिगड़ने का कारण- बीईओ कुड़वार द्वारा मानसिक प्रताड़ना।

बल्दीराय थाना अंतर्गत केवटली गांव निवासी सूर्य प्रकाश द्विवेदी कुड़वार ब्लॉक के रवनिया ग्राम पंचायत स्थित जूनियर हाईस्कूल पूरे चित्ता में प्रभारी प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत थे। सोमवार शाम संदिग्ध परिस्थितयों में उनकी तबियत बिगड़ी तो साथियों ने राजकीय मेडिकल कॉलेज सुल्तानपुर में भर्ती कराया, जहां से हालत बिगड़ने पर उन्हें ट्रॉमा सेंटर लखनऊ रेफर किया गया। तड़के 3 बजे के आसपास उनकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम की कार्रवाई लखनऊ में कराया जा रहा है।

मृतक के भाई धर्म प्रकाश द्विवेदी ने बीएसए दीपिका चतुर्वेदी के खासमखास खंड शिक्षा अधिकारी कुड़वार मनोजित राव पर आरोप लगाते हुए बताया कि शनिवार को उन्होंने उनके विद्यालय का औचक निरीक्षण किया था। प्रभारी प्रधानाध्यापक सूर्य प्रकाश द्विवेदी प्रार्थना पत्र देकर बीमार बेटे का उपचार करने चले गए थे। बीईओ ने प्रभारी प्रधानाध्यापक को अनुपस्थित दिखाते हुए उन्हें कारण बताओं नोटिस जारी कर दिया था। नोटिस मिलने के बाद से वे काफी हैरान थे। बताया जा रहा है कि प्रधानाध्यापक ने किसी जनप्रतिनिधि से खंड शिक्षाधिकारी को फोन कराया जिस पर वे आवेश में आ गए। सोमवार को उन्होंने सूर्य प्रकाश द्विवेदी को धमकाया और बर्खास्त करने की चेतावनी दी ऐसा भी आरोप है। इससे आहत होकर उन्होंने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की कोशिश की। हालत बिगड़ी तो साथी उन्हें लेकर राजकीय मेडिकल कॉलेज सुल्तानपुर पहुंचे और भर्ती कराया। लेकिन स्वास्थ्य स्थिति बिगड़ता देख चिकित्सकों ने उन्हें मेडिकल कॉलेज लखनऊ रेफर किया था। जहां तड़के 3 बजे के आसपास उनकी मौत हो गई।

प्रधानाध्यापक की मौत की ख़बर जिले में पहुंची तो शिक्षक संगठनों में उबाल आ गया। कहा जा रहा है कि पोस्टमार्टम के बाद शव आने पर बीईओ ऑफिस पर शव रखकर प्रदर्शन किया जाएगा, जब तक दोषी के विरुद्ध कार्रवाई और एफआईआर नहीं होती तब तक प्रोटेस्ट जारी रहेगा। मामले में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपिका चतुर्वेदी ने पूरी तरह चुप्पी साध रखा है। हां इस मामले में एडीएम प्रशासन पंकज सिंह ने बात करने पर बताया कि निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। सख्त से सख्त कार्रवाई भी होगी।

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