वाराणसी।धीरेंद्र महिला पीजी कॉलेज, सुंदरपुर ,वाराणसी में सात दिवसीय टीचर ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस ओरिएंटेशन कार्यक्रम के पांचवें दिन मुख्य वक्ता के रूप में शिक्षक शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. प्रवीण कुमार पांडेय ने परंपरागत एवं आधुनिक शिक्षण विधियां के तुलनात्मक उपयोगिता पर अपना सारगर्भित व्याख्यान दिया l अपने वक्तव्य में डॉक्टर पांडेय ने कहा कि वर्तमान समय में आधुनिक शिक्षण विधियों का ज्ञान सभी को होना चाहिए तभी हम शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को प्रभावशाली बना सकते हैं l आधुनिक शिक्षण विधियां के प्रयोग से विद्यार्थियों में नेतृत्व करने की क्षमता, सामाजिकता की भावना का विकास होता है lआधुनिक शिक्षण विधियां हमारे लिए उपयोगी हैं फिर भी हमें अपने परंपरागत शिक्षण विधियां को भूलना नहीं चाहिए lइस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या डाक्टर नलिनी मिश्रा ने अपने उद्बोधन में कहा कि वर्तमान परिवेश में दोनों विधियो का समन्वित ज्ञान सभी अध्यापकों को होना चाहिए। इस अवसर पर कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. प्रतीक्षा सिंह , डॉ. दीपिका शिक्षासंकाय के सुनील कुमार अवनीश चतुर्वेदी ,प्रदीप कुमार, ममता बिंद , डॉक्टर गीता दुबे, विभा सिंह ,पंकज श्रीवास्तव सलिल श्रीवास्तव, शशांक शरण श्रीवास्तव ,डॉ सुधांशु कश्यप, डॉ विश्वदीप तथा सभी विभाग के प्राध्यापक एवं प्राध्यापिकाएं उपस्थित रहे।