एक विवाह ऐसा भी…दहेज मुक्त विवाह कर समाज को दिया संदेश, आशीर्वाद देने जुटा पूरा समाज 

बिहार के भोजपुर के पीरो में नई मिसाल कायम की है. दहेज मुक्त सामूहिक विवाहोत्सव के जरिए समाज को एक मैसेज दिया गया. पीरो के पड़ाव मैदान में 8 जोड़ों का विवाह दहेज मुक्त कराया गया. इस दौरान आयोजक के तरफ से दुल्हन को पलंग, गद्दा, बाल्टी सेट, पांच जोड़ी कपड़े, जयमाला, लहंगा और दूल्हे को सूट भी दिया गया. कार्यक्रम में भोजपुरी परंपरागत गीत गाने वाली हेमा पांडेय और उनकी दो बहनो ने संगीत का प्रोग्राम किया. इसका आयोजन परमेश्वरी वेलफेयर एंड फाउंडेशन ट्रस्ट ने किया.

पड़ाव मैदान को भव्य तरीका से सजाया गया. वर-वधुओं के परिजनों के ठेराव के लिए कपड़े का 20 गुणा 10 का कमरा तैयार किया गया. मंगल गीत गाने के लिए चर्चित लोक गायिका बहनें हेमा पांडेय, करीना पांडेय और सरिता पांडेय को बुलाया गया. जैसे एक अमीर घर की बेटियों की शादी होती है, ठीक वैसे ही भोजपुर के पीरो में भव्य शादी समारोह का आयोजन हुआ.

स्वागत में सामूहिक भोज
यहां पहुंचने वाले वर-वधू के परिजनों के स्वागत में सामूहिक भोज तैयार किया गया. जिसके लिए रविवार से ही हलवाई, बुदियां और अलग-अलग प्रकार की मिठाई और पकवान बना रहा था. जिलाधिकारी, एसपी सहित स्थानीय अनुमंडल के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी सामूहिक विवाह के साक्षी बने. दूल्हा-दुल्हन के फेरो के लिए मंडप बनाया गया, जिसमें विवाह संपन्न हुआ. 21 कर्मकांडी ब्राह्मणों की मौजूदगी में शादी हिन्दू रीति-रिवाज से संपर्ण हुई. संस्था के संस्थापक सह अध्यक्ष राजू पाठक ने बताया कि दहेज मुक्त सामूहिक शादी सभी के सहयोग से सम्पन्न हुई.

पिछले साल से हो रहा उत्सव
यह सामूहिक विवाहोत्सव कार्यक्रम पिछले साल से कराया जा रहा है. जिसका पिछले 2 महीना (15 सितंबर से) रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा था. पिछले 15 नवंबर तक रजिस्ट्रेशन हुआ. इनका मोटिव बाल-विवाह को रोकना और दहेज प्रथा को समाप्त करना है. जो निर्धन परिवार, आर्थिक रूप से कमजोर होते  हैं और समय पर विवाह नहीं कर पाते. ऐसे जोड़ों का विवाह संस्था करा रही है. लड़की की विदाई के समय पलंग, गद्दा, तकिया, बेडसीट, कंबल, साड़ी, बर्तन और अन्य सामान उपहार स्वरुप देते है

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