जब दीवारों पर दिखने लगे इतिहास के पन्ने

वाराणसी से सुरभी चतुर्वेदी की रिपोर्ट

देव दीपावली पर आयोजित हुआ लाइट एंड साउंड शो

विश्वनाथ धाम के प्रवेश द्वार पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

आतिशबाजी को देखकर मानो ऐसा लग रहा था, जैसे गंगा भी अपनी प्रवाह भूलकर यही स्थिर हो गई हो और सारी नावे एक जगह खड़ी हो गई थी वाराणसी। देव दीपावली के दिन श्री काशी विश्वनाथ धाम भी एक अलग ही रंग में रंगा हुआ दिख रहा था एक और जहां 11 टन फूलों से पूरा धाम परिसर सजा हुआ था वहीं घाट किनारे जब शाम के समय लाइट एंड साउंड शो का शुभारंभ हुआ तो उसे देखने के लिए हजारों की संख्या में भीड़ अपने स्थान पर थम गई| ललिता घाट के इतिहास निर्माण और सनातन धर्म की संस्कृति आदि को बयां करते हुए इतिहास के पन्ने जब लोंगो के बीच गूंजने लगे तब पूरा घाट थोड़ी देर के लिए एकदम थम सा गया| वही इतिहास को बदलते हुए आज नया धाम इस स्वरूप में नव्य भव्य स्वरूप में दिख रहा है उसको जब लाइट एंड साउंड शो के माध्यम से दिखाया गया तब दर्शनार्थी हर हर महादेव के जयकारे लगाते हुए दिखे| इस इतिहास के पन्ने में औरंगज़ेब के मंदिरों को तहस-नस से लेकर अहिल्याबाई के निर्माण और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा दिए गए इस भव्य स्वरूप को बड़े विस्तार से दिखाया गया| इसके पश्चात ही गंगा पार सतरंगी छटा वाली आतिशबाजी हुई जो धरती से आसमान तक पूरे धाम और गंगा पार को रंग बिरंगी बना रही थी। इस आतिशबाजी को देखकर मानो ऐसा लग रहा था, जैसे गंगा भी अपनी प्रवाह भूलकर यही स्थिर हो गई हो और सारी नावे एक जगह खड़ी हो गई थी। इससे पूर्व देव दीपावली के दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी श्री काशी विश्वनाथ धाम पहुंचे और उन्होंने तैयारी का जायजा लिया मंदिर में जाकर श्री काशी विश्वनाथ भगवान का षोडशोपचार पूजन कर प्रदेश वासियों के लोक कल्याण की कामना की।तत्पश्चात वह सतुवा बाबा आश्रम गए जहां यमुनाचार्य महाराज को पुष्पांजलि अर्पित कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया। इस निरीक्षण और कार्यक्रम के पश्चात मुख्यमंत्री अपने गंतव्य को रवाना हो गए।

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