क्रिसमस आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयामों का प्रतीक —आर पी सिंह

अनपरा ( सोनभद्र).हिंडालको रेणुसागर पावर डिवीज़न प्रबंधन द्वारा कॉलोनी परिसर स्थित क्रिसमस पर्व का आयोजन किया गया जिसमे स्कूल के बच्चो व उनके अभिभावकों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। इस अवसर पर हिंडालको रेणुसागर पावर डिवीज़न के यूनिट हेड आर पी सिंह ने सभी को क्रिसमस दिवस की बधाई देते हुए कहा कि क्रिसमस इसाई धर्म का सबसे बड़ा त्योहार है,इसे ईसाई समुदाय भगवान ईसा मसीह के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाते है, इसके मूल में, क्रिसमस आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयामों का प्रतीक है जो खुशी, आशा और करुणा की भावना पैदा करता है, क्रिसमस का त्योहार हमें प्रेम और करुणा का संदेश भी देता है।

ततपश्चात सेंटा क्लाज़ रथ पर सवार होकर जिंगल बेल बजाते हुए पूरे कॉलोनी का भ्रमण कर एक दूसरे को क्रिसमस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए बच्चो को गिफ्ट व टाफिया बाटी बच्चे बड़े ख़ुशी के साथ हैप्पी क्रिसमस डे,बोलते हुए सेंटा क्लाज़ से हाथ मिलाये व फोटो खिचवाकर ख़ुशी का इजहार किया। पूरे कॉलोनी में यह कार्यक्रम देर तक चलता रहा और बच्चो में फोटो खिचवाने कि होड़ सी लग गई ,पूरे कॉलोनी में बच्चे अपने घर के सामने अभिभावको के साथ तब तक खड़े दिखे जब तक सेंटा क्लाज़ से हाथ मिलकर फोटो नहीं खिचवाये। इस बार क्रिसमस का यह पर्व बहुत ही अलग तरीके से मनाया गया तथा बच्चो व कॉलोनी वासियो में भयंकर उत्साह देखने को मिला। इस कार्यक्रम के संयोजक प्रणव सोनी ने क्रिसमस दिवस की शुभकामना देते हुए कहा कि क्रिसमस पर्व प्रेम और उदारता का एक प्रतीकात्मक संकेत है। यह व्यक्तियों को प्रेम, दया और क्षमा जैसे गुणों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करता है। क्रिसमस का वास्तविक अर्थ इन मूल्यों की परिवर्तनकारी शक्ति में निहित है, जो एकता और गर्मजोशी की भावना को बढ़ावा देता है ।

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