सुरभी चतुर्वेदी की रिपोर्ट
वाराणसी।भारत की 20 वर्षीय युवा निर्देशक मिस करेन क्षिति सुवर्णा द्वारा निर्देशित, सिज़ोफ्रेनिया और इसके चरम परिणामों पर एक संदेश के साथ 10 मिनट की स्वतंत्र लघु फिल्म है।यह आज की दुनिया में एक प्रासंगिक विषय है क्योंकि हम अवसाद और सिंजोफ्रेनिया बीमारी के कारण पारिवारिक हत्याएं/सार्वजनिक, सामूहिक हत्याएं देख रहे हैं।करेन क्षिति सुवर्णा को उनके शिल्प और कला के लिए फिल्म निर्माण के लिए सराहा गया है। युवा निर्देशक ने रोमांचक कहानी सुनाई है और आधुनिक दुनिया के चर्चित विषय सिज़ोफ्रेनिया पर संदेश दिया है।इस फिल्म का निर्माण विसिका फिल्म्स और एफएमडी प्रोडक्शंस द्वारा किया गया है, जिसमें मोहन और मनु गोरूर सह निर्माता हैं।इस फिल्म की सिनेमैटोग्राफी अनिल कुमार की है और बैकग्राउंड स्कोर राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता बापी टुटुल का है। फिल्म को कई अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में चुना और प्रदर्शित किया गया है, उनमें से सबसे बड़ा कान्स वर्ल्ड फिल्म फेस्टिवल है।इसे कोलम्बियाई इनक्लुसीन फेस्टिवल और कई क्वालीफाइंग फिल्म फेस्टिवल में भी प्रदर्शित किया गया है।मेकर्स इस फिल्म को एकेडमी और बाफ्टा अवॉर्ड्स में भेजने की भी तैयारी कर रहे हैं, उम्मीद है कि ‘हाइड एंड सीक’ 2024 में दुनिया भर में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली #1 स्वतंत्र लघु प्रारूप फिल्म बनने के लिए आवश्यक चर्चा पैदा करेगी।