
Jacky Bhagnani spoke openly: अक्षय कुमार और टाइगर श्रॉफ की बहुचर्चित फिल्म ‘बड़े मियां छोटे मियां’, जो ईद 2024 पर बड़े स्तर पर रिलीज़ हुई थी, बॉक्स ऑफिस पर करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। करीब 350 करोड़ के भारी-भरकम बजट में बनी इस एक्शन एंटरटेनर ने महज़ ₹100 करोड़ की कमाई कर पाई, जिससे फिल्म के निर्माताओं को लगभग 250 करोड़ का जबरदस्त घाटा उठाना पड़ा।
हाल ही में फिल्म के निर्माता जैकी भगनानी ने इस असफलता पर खुलकर बात की और बताया कि इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए उन्हें और उनके परिवार को किस हद तक जाना पड़ा। “हमने इस फिल्म में अपनी जान झोंक दी थी। परिवार की संपत्ति तक गिरवी रख दी, बस यही सोचकर कि कुछ बड़ा और यादगार बनाएंगे। पर नतीजे उम्मीदों के बिलकुल उलट निकले,” – जैकी भगनानी
उन्होंने स्वीकार किया कि यह अनुभव उनके लिए बेहद कड़वा लेकिन सीख देने वाला रहा। “मेरे लिए यह एक बहुत बड़ी सीख रही है। फिल्म को लेकर हमारी नीयत, मेहनत और निवेश में कोई कमी नहीं थी, लेकिन सिर्फ बड़े बजट और भव्यता से फिल्म नहीं चलती। जो कहानी और कंटेंट हमने दर्शकों को दिया, वह उनके दिल से जुड़ नहीं पाया। दर्शक कभी गलत नहीं होते — अगर वे फिल्म को नकारते हैं, तो इसका मतलब है कि कुछ तो चूक हुई है।”
इस हार को स्वीकार करते हुए जैकी ने कहा कि उन्होंने इस अनुभव से सबक लेकर भविष्य में और अधिक सोच-समझकर काम करने की ठानी है: “मैंने खुद से कई सवाल किए कि गलती कहां हुई। अब यह ठान लिया है कि आगे से कोई भी फैसला भावनाओं में बहकर नहीं, बल्कि विवेक से लिया जाएगा। उस दौर में जो मानसिक और आर्थिक हालत थी, उसे कोई बाहर से समझ नहीं सकता। अब जब फिल्म फ्लॉप हो चुकी है, तो सफाई देने का भी कोई औचित्य नहीं बचा।”
फिल्म का निर्देशन मशहूर डायरेक्टर अली अब्बास ज़फर ने किया था। ‘बड़े मियां छोटे मियां’ को दो पीढ़ियों के सुपरस्टार्स — अक्षय कुमार और टाइगर श्रॉफ — की जोड़ी के रूप में पेश किया गया था। उम्मीद की जा रही थी कि यह जोड़ी बड़े पर्दे पर धमाल मचाएगी, खासकर ईद जैसे त्योहार के मौके पर। लेकिन दर्शकों से जुड़ाव की कमी, कमजोर स्क्रिप्ट और कहानी की सतही प्रस्तुति ने फिल्म को डुबो दिया।
Jacky Bhagnani spoke openly: also read- Ramayana Shooting: मुंबई में शुरू हुई ‘रामायण’ की भव्य शूटिंग, यश निभाएंगे रावण की दमदार भूमिका
जैकी भगनानी का यह ईमानदार और भावनात्मक बयान यह दर्शाता है कि कैसे एक फ्लॉप फिल्म न केवल आर्थिक नुकसान देती है, बल्कि उससे जुड़े लोगों की भावनाओं, सपनों और संघर्षों को भी गहराई से प्रभावित करती है। हालांकि उन्होंने अपनी गलतियों को स्वीकारते हुए इससे सीख ली है, और यही मानसिकता उन्हें भविष्य में बेहतर और दर्शकों से जुड़ी कहानियाँ पेश करने के लिए प्रेरित कर सकती है।