‘ड्रग्स का नशा और स्मार्टफोन की लत से जूझ रही युवा पीढ़ी’, गोरखपुर में बोले सीएम योगी

गोरखपुर में आयोजित महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक सप्ताह समारोह में सीएम योगी ने युवाओं को नशा और स्मार्टफोन की लत से दूर रहने की सलाह दी। तकनीक, रोजगार और सकारात्मक सोच पर भी रखे विचार। कार्यक्रम में 150 से अधिक पुरस्कार प्रदान किए गए।

गोरखपुर। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के प्रेक्षागृह में बुधवार को आयोजित महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के 93वें संस्थापक सप्ताह समारोह के मुख्य महोत्सव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं को नशे से दूर रहने की कड़ी सलाह दी। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी दो खतरनाक चुनौतियों से जूझ रही है – ड्रग्स का नशा और स्मार्टफोन की लत। मुख्यमंत्री ने इसे भविष्य के लिए गंभीर खतरा बताते हुए कहा कि युवा जितना इनसे दूर रहेंगे, उतना ही वे अपने परिवार, समाज और देश के प्रति बेहतर जिम्मेदारी निभा सकेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नशा माफिया तेजी से युवाओं को निशाना बना रहा है। देश का दुश्मन भी किसी न किसी रूप में समाज में प्रवेश करने की कोशिश करता है, इसलिए युवाओं और अकादमिक संस्थानों को सतर्क रहना जरूरी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अत्यधिक स्मार्टफोन का उपयोग न सिर्फ आंखों और मस्तिष्क को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि विचारशीलता, विवेक और शारीरिक क्षमता को भी कमजोर करता है। इसलिए मोबाइल का प्रयोग सीमित समय के लिए और आवश्यकता पड़ने पर ही करना चाहिए।

तकनीक से रोजगार खत्म होने की आशंका

तकनीक और रोजगार पर बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि दुनिया तेजी से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ड्रोन, रोबोटिक्स और आईओटी जैसे नए युग में प्रवेश कर चुकी है। तकनीक से रोजगार खत्म होने की आशंका निराधार है, बल्कि तकनीक नए अवसर लेकर आती है। युवाओं को अपनी शारीरिक और मानसिक तैयारी इसी दिशा में करनी होगी।

उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि हिम्मत न हारने वाला ही जीवन में जीतता है। नकारात्मक सोच असफलता की वजह बनती है, इसलिए “आओ मिलकर दीया जलाएं” के संदेश के साथ आगे बढ़ना चाहिए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि शॉर्टकट से कभी स्थायी सफलता नहीं मिलती। स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और टीमवर्क ही आगे बढ़ने का वास्तविक मार्ग हैं।

पुस्तक का भी विमोचन किया गया

समारोह के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने उत्कृष्ट संस्थाओं, शिक्षकों, कर्मचारियों, परिचारकों और छात्रों सहित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को करीब डेढ़ सौ पुरस्कार प्रदान किए। कुल सात सौ पुरस्कार संस्थाओं के माध्यम से दिए जाएंगे। कार्यक्रम में प्रो. यूपी सिंह स्मृति ग्रंथ और एमपीपीजी कॉलेज की पुस्तक ‘जीवन मूल्य प्रमाण पत्र संग्रह पाठ्यक्रम’ का भी विमोचन किया गया।

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कार्यक्रम में महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सुरिंदर सिंह ने स्वागत संबोधन, राजेश मोहन सरकार ने आभार ज्ञापन और डॉ. श्रीभगवान सिंह ने संचालन किया। समारोह में जनप्रतिनिधियों, कुलपतियों, शिक्षकों, परिषद पदाधिकारियों और बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने सहभागिता की।

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