West Bengal: राशन ‘घोटाला’ मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) फिर से सक्रिय हो गया है। बुधवार सुबह से ही ईडी अधिकारियों ने छापेमारी अभियान शुरू कर दिया है। कोलकाता, हावड़ा समेत कई स्थानों पर तलाशी अभियान चलाये जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, कुल 14 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की गई है।
बुधवार सुबह कई टीमें ईडी दफ्तर से निकलीं और उनमें से एक टीम कोलकाता के बांगुर इलाके में स्थित एक व्यवसायी महेंद्र अग्रवाल के घर पहुंची। इस व्यवसायी का राशन वितरण घोटाले से क्या संबंध है, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। बांगुर इलाके में इस व्यवसायी के दो घर हैं और दोनों स्थानों पर एक साथ छापेमारी की जा रही है। वहां मौजूद दस्तावेजों की जांच की जा रही है और ईडी अधिकारी महेंद्र अग्रवाल से पूछताछ कर रहे हैं।
बांगुर के अलावा, ईडी की एक अन्य टीम हावड़ा के पांचला इलाके में एक राशन डीलर लोकनाथ साहा के घर भी पहुंची। ईडी की टीम पहले उसके घर गई और फिर उसे साथ लेकर उसके गोदाम की तलाशी ली। लोकनाथ साहा का गोदाम क्षेत्र के कई राशन दुकानों में खाद्य सामग्री की आपूर्ति करता है। इसी संबंध में ईडी की यह जांच चल रही है।
उल्लेखनीय है कि राशन घोटाला मामले में पिछले सितंबर में भी ईडी ने राज्य के सात स्थानों पर छापेमारी की थी। अधिकारियों ने कई चावल मिलों की भी जांच की थी। 28 सितंबर को ईडी ने इस मामले में अतिरिक्त चार्जशीट दाखिल की थी। ईडी ने अपने बयान में दावा किया कि इस घोटाले में एक हजार करोड़ रुपये की हेराफेरी हुई है। इस नई चार्जशीट में कुल आठ नए नाम जोड़े गए हैं। दो अगस्त को ईडी ने राशन घोटाले में देगंगा के तृणमूल नेता अनीसुर रहमान और उनके भाई अलिफ नूर उर्फ मुकुल रहमान को गिरफ्तार किया था। इन दोनों के नाम भी अतिरिक्त चार्जशीट में शामिल हैं। इसके अलावा, चार्जशीट में दो और राशन डीलरों के नाम दर्ज हैं। ईडी का दावा है कि ये दोनों डीलर व्यापारिक कारणों से रहमान भाइयों से जुड़े हुए थे। साथ ही, इनसे संबंधित चार कंपनियों का भी चार्जशीट में उल्लेख किया गया है।
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इस छापेमारी के दौरान ईडी अधिकारियों की जांच जारी है और घोटाले से जुड़े और तथ्य उजागर होने की संभावना है।