Uttarakhand: देवभूमि उत्तराखंड की धरती एक बार फिर कांप उठी। शनिवार सुबह 9:36 बजे चमोली कस्बे के निकट भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए, जिससे लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए। हालांकि, राहत की बात यह है कि इस भूकंप से किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र पृथ्वी मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली की रिपोर्ट के अनुसार रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 2.4 मापी गई और इसका केंद्र जमीन से 5 किमी की गहराई पर था। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी ने बताया कि भूकंप से किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है।
खराब मौसम के बीच भूकंप का डरउत्तराखंड में पिछले 24 घंटे से मौसम खराब है। राज्य के कई हिस्सों में बारिश और बर्फबारी हो रही है। मौसम विज्ञान केंद्र ने शनिवार के लिए राज्य में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। खराब मौसम के बीच आए इस भूकंप ने लोगों की चिंता और बढ़ा दी है।
भूकंप की संवेदनशीलता को लेकर सतर्कता जरूरीउत्तराखंड भूकंप के लिहाज से अति संवेदनशील जोन पांच में आता है। विशेषज्ञों के अनुसार, हल्के झटके आने से बड़े भूकंप की आशंका कम होती है, लेकिन सतर्कता बरतना बेहद जरूरी है। राज्य के रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जैसे जिले इस जोन में आते हैं, जहां विशेष सतर्कता की आवश्यकता है।
प्राकृतिक आपदाओं के प्रति जागरूकता जरूरीउत्तराखंड के निवासियों को प्राकृतिक आपदाओं के प्रति अधिक जागरूक होने की जरूरत है। विशेषज्ञों का कहना है कि भूकंप जैसी आपदाओं में बचाव के लिए पूर्व तैयारी और सतर्कता ही सबसे बड़ा हथियार है।
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बारिश और बर्फबारी से अलर्टमौसम विभाग ने खराब मौसम को लेकर राज्य में विशेष चेतावनी जारी की है। भारी बारिश और हिमपात की वजह से कई जिलों में स्कूलों की छुट्टी घोषित की गई है। भूकंप और खराब मौसम के प्रभाव के बीच उत्तराखंड के लोगों को सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है।