विधानसभा का शीतकालीन सत्र कल से, सर्वदलीय बैठक में सदन के सुचारू संचालन पर जोर

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज (19 दिसंबर) से शुरू होगा। सत्र से एक दिन पूर्व गुरुवार को विधान भवन में कार्य मंत्रणा समिति और सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सत्तापक्ष और विपक्ष के वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया। इस दौरान सत्र के सुचारू संचालन, कार्यवाही की अवधि और प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की गई।

कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में यह तय किया गया कि सत्र के दौरान ‘वंदे मातरम’ विषय पर सदन में पांच घंटे की विस्तृत चर्चा होगी। सरकार की ओर से चार घंटे की चर्चा का प्रस्ताव रखा गया था, जबकि विपक्ष ने आठ घंटे की मांग की थी। आपसी सहमति के बाद पांच घंटे की चर्चा पर सहमति बनी। यह चर्चा 22 दिसंबर को आयोजित की जाएगी।

विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सर्वदलीय बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सदन का संचालन सभी दलों के सहयोग से ही संभव है। उन्होंने कहा कि तार्किक, तथ्यपरक और गुणवत्तापूर्ण चर्चा से जनसमस्याओं का प्रभावी समाधान निकाला जा सकता है। उन्होंने सभी दलों से सत्र के शांतिपूर्ण और व्यवस्थित संचालन में सहयोग की अपील की।

मुख्यमंत्री एवं नेता सदन योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विधानसभा जनाकांक्षाओं को अभिव्यक्त करने का सशक्त मंच है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सत्र में महत्वपूर्ण विधेयकों और जनहित से जुड़े मुद्दों पर सार्थक चर्चा का अवसर मिलेगा। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि सरकार सदन में उठाए गए प्रत्येक प्रश्न का सकारात्मक उत्तर देगी और विपक्ष के सुझावों पर गंभीरता से विचार करेगी।

विधानसभा की कार्यवाही 19 से 24 दिसंबर तक प्रस्तावित

सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा ने बताया कि विधानसभा की कार्यवाही 19 से 24 दिसंबर तक प्रस्तावित है। पहले दिन दिवंगत जनप्रतिनिधियों को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी जाएगी। शनिवार और रविवार को अवकाश रहेगा, जबकि 22 दिसंबर से सदन की कार्यवाही पुनः प्रारंभ होगी। विपक्ष की ओर से सत्र की अवधि बढ़ाने और अवकाश के दिनों में भी सदन चलाने की मांग रखी गई, जिस पर सरकार ने विचार का आश्वासन दिया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक में बताया कि पिछले सत्र में ‘विकसित उत्तर प्रदेश विजन-2047’ पर 27 घंटे की ऐतिहासिक चर्चा हुई थी और अब तक 98 लाख से अधिक सुझाव प्राप्त हुए हैं। यह दस्तावेज आईआईटी कानपुर के सहयोग से तैयार किया जा रहा है।
बैठक में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पाण्डेय सहित विभिन्न दलों के नेताओं ने सदन के निर्बाध संचालन के लिए पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। इस अवसर पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना और मत्स्य मंत्री डॉ. संजय कुमार निषाद भी उपस्थित रहे।

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