
Up News-ग्राम पंचायत चुनाव की सरगर्मी के बीच करछना क्षेत्र में एक दर्दनाक घटना ने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया। लंबे समय से क्षेत्र पंचायत सदस्य रहे शिव शंकर उर्फ दीपक पांडे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि पंचायत चुनाव में प्रधानी की दावेदारी ही उनके लिए काल बन गई।
शिव शंकर पांडे कई पंचवर्षीय योजनाओं से लगातार क्षेत्र पंचायत सदस्य रहे और आगामी प्रधानी चुनाव में उतरने की तैयारी कर रहे थे। परिवार और ग्रामीणों के अनुसार, गांव में उनकी छवि मजबूत हो चुकी थी, जिससे प्रतिद्वंद्वियों में नाराज़गी थी।
महिला की तहरीर से शुरू हुई साजिश
घटना से एक दिन पहले गांव की एक महिला ने पुलिस में तहरीर देकर शिव शंकर पांडे पर छेड़खानी का आरोप लगाया। तहरीर में यह भी लिखा था कि आरोपी ने उसे चुनाव न लड़ने की धमकी दी थी। परिजनों का दावा है कि यह पूरी तरह सुनियोजित षड्यंत्र था और महिला को प्रधानी का प्रलोभन देकर मोहरा बनाया गया।
फोन कॉल के बाद खुदकुशी
मृतक की बेटी ने बताया कि करछना से लौटने के बाद शिव शंकर परिवार के साथ बैठे थे, तभी उनके फोन पर एक कॉल आया। बातचीत करते हुए वे कमरे में चले गए और दरवाज़ा बंद कर लिया। कुछ देर बाद गोली चलने की आवाज़ आई। जब परिजन पहुंचे तो उन्होंने खुद को गोली मार ली थी।
बेटे ने किया फेसबुक पोस्ट का जिक्र
बेटे ने बताया कि उनके पिता को पैसे की लेन-देन और चुनावी धमकियों से लगातार परेशान किया जा रहा था। फेसबुक पर भी उन्होंने इशारों में इस परेशानी का ज़िक्र किया था। परिवार का कहना है कि शिव शंकर को पहले भी धमकाया गया था कि यदि चुनाव लड़ा तो फर्जी मुकदमे में फंसा दिया जाएगा।
पुलिस ने जांच तेज की
घटना के बाद गांव में शोक और सन्नाटा पसरा है। राजनीति अपने चरम पर है और पुलिस हर एंगल से जांच में जुटी है। शुरुआती जांच में भी पुलिस मान रही है कि मामला चुनावी रंजिश से जुड़ा हो सकता है।
अब पुलिस की जांच और साक्ष्य ही यह तय करेंगे कि शिव शंकर पांडे की मौत चुनावी साजिश का नतीजा थी या अन्य कारण भी इसके पीछे छिपे हैं।
रिपोर्ट: हिमाशु तिवारी करक्षना प्रयागराज