
UP News-श्री कोटवा धाम को अब उत्तर प्रदेश के पर्यटन विभाग में औपचारिक रूप से शामिल कर लिया गया है। यह ऐतिहासिक स्थल सतनाम संप्रदाय के प्रवर्तक बड़े बाबा श्री जगजीवन दास साहब की समाधि स्थली है और लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र भी।
बड़े बाबा की स्थली को मिली सरकारी मान्यता
विधान परिषद सदस्य अंगद कुमार सिंह ने कोटवा धाम के समग्र विकास के लिए पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह से मुलाकात कर प्रस्ताव रखा, जिस पर सहमति देते हुए पर्यटन विभाग ने कोटवा धाम को वर्ष 2025-26 की कार्ययोजना में शामिल कर लिया है। इस निर्णय से श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों में भारी उत्साह है।
हजारों श्रद्धालुओं का केंद्र, अब मिलेगा विकास का लाभ
कोटवा धाम में:
- हर पूर्णिमा को लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं
- प्रत्येक मंगलवार को भी हजारों की संख्या में दर्शनार्थी आते हैं
- सीतापुर, बहराइच, गोंडा, अयोध्या, लखीमपुर, हरदोई, यहां तक कि पंजाब और नेपाल से भी श्रद्धालु इस पावन स्थली पर आते हैं।
महंत नीरज भैया ने जताया आभार
धाम के महंत निलेन्द्र बख्श दास ‘नीरज भैया’ ने इस ऐतिहासिक निर्णय पर आभार जताते हुए कहा:
“अब कोटवा धाम की वर्षों पुरानी समस्याओं का समाधान संभव होगा। पर्यटन मंत्री, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, एमएलसी अंगद सिंह और राज्य मंत्री सतीश चंद्र शर्मा का आभार।”
उन्होंने बताया कि धाम का सरोवर जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है और स्नान करने में भक्तों को कठिनाई होती है। इसके जीर्णोद्धार की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही थी।
संस्कृति, पर्यटन और रोजगार को मिलेगा बल
पर्यटन विभाग की इस पहल से:
- स्थानीय सांस्कृतिक विरासत को संरक्षण मिलेगा
- क्षेत्र में स्थानीय रोजगार के नए अवसर बनेंगे
- आसपास की आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी आने की
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