
UP News-अनपरा क्षेत्र में कोल व्यापार से जुड़े ट्रांसपोर्टर और कोल ट्रेडिंग कंपनियों पर एनसीएल (Northern Coalfields Limited) के गैर-जिम्मेदाराना रवैये के कारण गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है। इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाते हुए ट्रक एशोसिएशन के अध्यक्ष राजेश सिंह ने कहा कि एनसीएल द्वारा बीते तीन महीनों से ई-ऑक्शन के माध्यम से कोयले की बिक्री पर अतिरिक्त राजस्व का भार बढ़ाया है जिससे हजारों परिवारों की आजीविका पर प्रतिकूल असर पड़ा है।
श्री सिंह ने बताया कि पहले हर महीने 10 से 12 लाख मैट्रिक टन कोयला ई-ऑक्शन के माध्यम से बेचा जाता था। इससे स्थानीय और बाहरी व्यापारी कोयला खरीदते थे, जिससे ट्रांसपोर्टरों की ट्रकें चलती थीं और लोगों की रोज़ी-रोटी चलती थी। लेकिन अतिरिक्त राजस्व का भार बढ़ाने से वर्तमान में कोयले की आपूर्ति रोक दी गई है, जिससे व्यापार ठप हो गया है।
उन्होंने आगे कहा कि यह स्थिति वैसी ही बनती जा रही है जैसी 6-7 वर्ष पूर्व नियमावली में परिवर्तन कर ट्रकों को रोकने में एनसीएल की अहम भूमिका रही। आज फिर एक कोयले पर अतिरिक्त राजस्व बढ़ाकर कोयले की आपूर्ति बंद करा कर एनसीएल ने व्यापारियों और ट्रांसपोर्टरों की आर्थिक रीढ़ तोड़ने का काम किया है। यदि यह स्थिति बनी रही तो व्यापार से जुड़े सभी छोटे-बड़े व्यवसाई, मोटर मालिक, और ट्रांसपोर्टर को भारी नुकसान झेलना पड़ेगा, और कई फाइनेंसर ट्रकें जब्त कर सकते हैं।
श्री सिंह ने सभी कोल ट्रेडिंग कंपनियों, ट्रांसपोर्टर संघों और संबंधित पक्षों से अपील की है कि वे संगठित होकर इस मुद्दे पर एकजुट हों, और जल्द ही इस संबंध में एक सामूहिक बैठक बुलाकर कोई ठोस निर्णय लें। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अब भी चुप्पी साधी गई तो भविष्य में यहां के स्थानीय व्यापारी एवं वाहन मालिकों को ई-ऑक्शन चालू होने के बाद भी उसका लाभ नहीं मिलेगा, और वे व्यापार से बाहर हो जाएंगे।
उन्होंने सभी हितधारकों से अपील की है कि इस गंभीर मुद्दे पर अपनी सहमति जताएं और आगे की रणनीति तय करने के लिए एकजुट होकर कदम उठाएं।
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