
Up News- योगी शासन में पुलिस की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े होने लगे हैं। खाकी पर चोर-उचक्कों को पकड़ कर सौंपने के बाद भी छोड़ने का आरोप लग रहा है। इस तरह का मामला शहर से सटे नैनी इलाके में सामने आया है। गंगोत्री नगर में रहने वाली शिक्षिका राजलक्ष्मी राय दीपावली की खरीददारी करने शंकरढाल बाजार गई थी। वहां एक दुकान पर लाई-लावा और चीनी के खिलौने खरीद रही थी। इस दौरान दुकानदार के साथ मौजूद उसकी बहन ने राजलक्ष्मी से कहा कि आंटी आप अपने गले की सोने की जंजीर निकाल कर पर्स में रख लीजिए वर्ना कोई झटक लेगा। उसके कई बार कहने पर शिक्षिका ने गले से चेन निकाल कर अपने लेडीज पर्स में डाल लिया।
चेन को पर्स में डालने के वक्त दुकानदार युवक शिक्षिका के बगल सट कर खड़ा हो गया और मौका देख लेडीज पर्स में एक छोटा पर्स जिसमें करीब 16000 रुपये और गले की जंजीर रखी थी, उसे गायब कर दिया। इसके बाद शिक्षिका ने पास में फल का ठेला लगाने वाले से सेब खरीदा। उसको पैसा देने के लिए जब जब शिक्षिका ने अपने कंधे पर लटके पर्स से छोटा पर्स निकालना चाहा तो पर्स गायब था।
शिक्षिका तत्काल दुकानदार के पास गई और उससे कहने लगी कि तुमने हमारा पर्स और चेन गायब कर दिया। हमारे लिए बहुत दिक्कत हो जाएगी। त्यौहार खराब हो जाएगा। प्लीज रकम और जंजीर लौटा दो। हम तुमको पुरस्कार भी देंगे लेकिन दुकानदार बराबर पर्स निकालने के आरोप से इंकार करता रहा। इसके बाद शिक्षिका नैनी बाजार पुलिस चौकी पहुंची। शिक्षिका का आरोप है कि उसने आरोपी दुकानदार को पुलिस को सौंपा लेकिन सीसीटीवी फुटेज चेक करानेेे के बहाने आरोपी दुकानदार को साथ लेजाकर बाद में छोड़ दिया गया। उन्होने बताया कि घटना के बाद से त्यौहार तो फीका रहा। उसपर लगातार चौकी का चक्कर लगाती रही। अभी तक उनकी एफआईआर नहीं दर्ज हुई। जबकि नैनी इंस्पेक्टर ने न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है। शिक्षिका का आरोप है कि पुलिस ने आरोपी के समर्थन में लोगों के दबाव में उसको छोड़ दिया। यदि मुझे मेरी सोने की जंजीर और नगदी नहीं वापस मिली तो इसकी शिकायत सीएम के पास जाकर करूंगी।
रिपोर्ट —-घनश्याम शुक्ला