
Sultanpur: बारिश के मौसम में सांप के काटने की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में घबराने की बजाय सही समय पर उचित इलाज कराना जीवन बचाने में अत्यंत आवश्यक है। सुप्रसिद्ध फिजिशियन एवं हृदय रोग विशेषज्ञ, आस्था हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. के. त्रिपाठी ने सर्पदंश को लेकर लोगों को जागरूक करते हुए जरूरी जानकारी साझा की।
आंख झपकने जितनी देर भी हो सकती है जानलेवा
डॉ. त्रिपाठी के अनुसार, “सांप के काटने के बाद हर पल कीमती होता है। यदि मरीज को समय रहते सही अस्पताल पहुंचा दिया जाए, तो उसकी जान बचाई जा सकती है। आंख झपकने जितनी देर भी भारी पड़ सकती है, इसलिए मरीज को तुरंत ऐसे हॉस्पिटल ले जाएं जहां वेंटीलेटर और आईसीयू जैसी सुविधाएं मौजूद हों।”
10,000 सर्पदंश के मरीजों का सफल इलाज
आस्था हॉस्पिटल, सुल्तानपुर में अब तक करीब 10,000 से अधिक सर्पदंश के मरीजों का इलाज किया जा चुका है। इन मामलों में केवल दो मरीजों को ही नहीं बचाया जा सका, जो कि अत्यधिक गंभीर स्थिति में अस्पताल लाए गए थे।
सर्पदंश के सामान्य लक्षण और उपचार
डॉ. त्रिपाठी बताते हैं कि सांप के काटने के बाद शरीर में तेज दर्द, सूजन, उल्टी, सांस लेने में दिक्कत, नजर धुंधली होना और बेहोशी जैसे लक्षण हो सकते हैं। मरीज को शांत रखें, उसे अधिक हिलने-डुलने न दें, और किसी प्रकार की देरी किए बिना नजदीकी उच्चीकृत अस्पताल में भर्ती कराएं।
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समय पर उपचार ही है एकमात्र उपाय
“सर्पदंश कोई जादू-टोने या घरेलू इलाज से ठीक नहीं किया जा सकता। यह एक मेडिकल इमरजेंसी है और इसका इलाज प्रशिक्षित डॉक्टरों द्वारा ही संभव है। जनता से मेरी अपील है कि ऐसी स्थिति में समय न गवाएं और तुरंत अस्पताल पहुंचें,” – डॉ. के. त्रिपाठी।