Sultanpur -हाई कोर्ट स्टे वाली जमीन से भाजपा नेता ने हटा लिया कब्जा

Sultanpur -नगर पालिका के सभासदों की शिकायत पर हुई जिला प्रशासन की जांच में अवैध अतिक्रमण पाए जाने के बाद भाजपा के प्रदेश सह संयोजक मीडिया  प्रियंक  पांडेय व उनके परिजनों ने उच्च न्यायालय के स्थगन वाली जमीन से अपनी बाउंड्री वॉल हटाना शुरू कर दिया है । मंगलवार को जिला प्रशासन द्वारा दिए गए समय के पूर्व भाजपा नेता ने अपनी दीवार हटाकर जिला प्रशासन को राहत की सांस दी है वही न्याय पाने के बाद पालिका के सभासदों ने जिला आधिकारिक कृतिका ज्योत्सना व प्रशासन का धन्यवाद ज्ञापित किया । बताते चलें पखवाड़े भर पूर्व संसद मेंनका संजय गांधी के प्रस्ताव पर नगर पालिका द्वारा हथियानाला सिविल लाइन मोहल्ले में गाटा संख्या 789 पर कूड़ा निस्तारण केंद्र व पार्क बनाए जाने को लेकर निर्माण शुरू किया था । रिहाईसी इलाके के बीच बन रहे इस कूड़ा निस्तारण केंद्र के खिलाफ स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी से शिकायत की और उक्त जमीन पर उच्च न्यायालय से स्थगन व विवाद की बात प्रकाश में लाई । जिला अधिकारी ने हाई कोर्ट के स्टे का हवाला देते हुए नगर पालिका को किसी भी प्रकार के निर्माण से रोक दिया ।
सप्ताह भरपूर इसी जमीन पर अपना दावा करते हुए भाजपा के प्रदेश मीडिया सहसंयोजक प्रियंक पांडेय और उनके परिजनों ने रेडीमेड बाउंड्री वॉल खड़ी कर ली । इसके बाद नगर पालिका के डेढ़ दर्जन सभासदों ने जिला अधिकारी से शिकायत दर्ज कराई थी । पालिका के सभासदों की शिकायत के बाद जिला अधिकारी के निर्देश पर तहसीलदार केपी सिंह के नेतृत्व में नापजोख के लिए टीम गठित की गई थी । तहसीलदार सदर केपी सिंह व उनकी टीम ने मौके पर पहुंचकर विवादित जमीनों की माप जोख करते हुए उच्च न्यायालय के स्थगन आदेश के अवलोकन में वहां हुए ताजा बाउंड्री वाल के निर्माण को हटा लेने के लिए भाजपा नेता व उनके परिजनों को निर्देशित किया था । तहसीलदार द्वारा दी गई समय सीमा के भीतर भाजपा नेता के परिजनों ने गाटा संख्या 789 से अपनी रेडीमेड बाउंड्री वालों को हटाने का काम शुरू कर दिया । वही सभासदों ने इसे भाजपा राज्य में कानून और न्याय की जीत बताया सांसद मेनका संजय गांधी का धन्यवाद ज्ञापित किया। सूत्र बताते हैं अवैध निर्माण को बचाने के लिए कथित भाजपा नेता ने प्रदेश के नेताओं से जिले के आला अधिकारियों पर खूब दबाव बनवाया । यही नहीं प्रदेश व जिले में चर्चा ना हो इसको लेकर राजधानी के मीडिया संस्थानों के जिम्मेदारों से जिले के खबर नवीसों पर दबाव बनाकर मीडिया को भी कंट्रोल करने की भरपूर कोशिश की । पर नगर पालिका के ठेकेदार द्वारा पखवाड़े भर पूर्व बनाए गए फोटो और वीडियो ने कथित भाजपा नेता की चालबाजी की हवा निकाल दी । कानून और संविधान बचाने के लिए संघर्ष कर रहे सभासदों में अफसर के निर्णय के बाद न्याय की आस जगी रही।
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