Sonbhadra News- रेनुसागर में श्रद्धाभाव के साथ पूजे गए आदि देवशिल्पी भगवान विश्वकर्मा

Sonbhadra News- हिण्डालको रेणुसागर पावर डिवीजन, रेणुसागर स्थित पावर प्लांट के मुख्य द्वार पर संगमरमर से निर्मित दिब्य “आदि देवशिल्पी भगवान विश्वकर्मा “की मूर्ति की वैदिक मंत्रोच्चार एवं घंटे घड़ियाल द्वारा विधिवत पूजा अर्चना की गयी, तथा उपस्थित श्रद्धालुओं द्वारा आदिशिल्पी की जय, विश्वकर्मा भगवान की जय के गगनभेदी उद्घघोषों से पूरा पंडाल गॅूज उठा।
तत्पश्चात हिण्डालको रेणुसागर पावर डिवीजन के यूनिट हेड आर पी सिंह सपत्नीक दिशिता महिला मंडल रेनुसागर की वरिष्ठ सदस्या इंदु सिंह द्वारा आदिशिल्पी भगवान विश्वकर्मा का विधिवत पूजन हवन एवं आरती, किया गया। उक्त पूजा वरिष्ठ पंडित मनोज पाण्डेय द्वारा कराया गया, पुजारी ने बताया कि हिंदू धर्म मे आदिशिल्पी विश्वकर्मा भगवान को निर्माण एवं सृृजन का देवता माना जाता है तथा कार्य एवं श्रम के देवता होने के कारण औद्योगिक क्षेत्र मे विशेष स्थान प्राप्त है ।

संस्थान मे कार्यरत श्रमिकों एवं कर्मचारियों की सुरक्षा, संमृृद्धि एवं हिण्डालकों रेनूसागर पावर डिवीजन, के उत्तरोत्तर प्रगति की कामना के साथ ब्वायलर मेंटीनेंस, टरवाईन मेंटीनेंस, संचालन, सिविल बिभाग, एरियल रोपवे एवं सी.एच.पी. कैंटीन सहित विभिन्न विभागों में भी आदि देव शिल्पी भगवान विश्वकर्मा का पूजनोत्सव बड़े ही उत्साह से किया गया। तदोपरान्त उपस्थित भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया।

इस अवसर पर मुख्य रूप से एच आर हेड शैलेश विक्रम सिंह ,आशीष पांडेय , मेंटिनेश हेड जगदीश पात्रा,संजय श्रीमाली, मनु अरोरा,विभु पात्रा,दीपक पांडेय, समीर आनंद, ललित खुराना,अरविंद सिंह, सुबोध दवे ,सुधाकर अन्ना मलाई,निखिल जैन,मृदुल भारद्वाज , सतनाम सिंह,बृजेश वर्मा ,दिशिता महिला मंडल की सदस्या विभा शैलेश सिंह,कविता माली,विद्यालय के प्रधानाचार्य सुनील कुमार सिंह,बृजेश कुमार सिंह ,संजीव श्रीवास्तव ,मान्यता प्राप्त श्रम संग़ठन के पदाधिकारी विजय झा,निर्दोष सिंह, शैलेन्द्र यादव , सहित सभी विभागों के विभागाध्यक्ष एवं श्रम संगठनों के मान्यता प्राप्त पदाधिकारी मौजूद रहें। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में रेणुसागर पावर डिवीजन के सभी विभागाध्यक्षों के अलावा के आर सन्तोष ,राजेश राय,कार्यक्रम को सफल बनाने में ईआर टीम रोहित सक्सेना , रमेश बर्मा ,सदानन्द पांडेय का सराहनीय सहयोग रहा।

सोनभद्र से संजय द्विवेदी की रिपोर्ट

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