Shimla Cloud Burst: केरल का वायनाड और हिमाचल प्रदेश का शिमला ये दोनों इलाके ही इस वक़्त प्राकृतिक आपदा का दंश झेल रहे है। शिमला में बारिश ने भारी तबाही मचा रखी है। शिमला से करीब 100 किमी दूर रामपुर के झाकड़ी में बादल फटने के बाद बाढ़ आई गई। बाढ़ ने इतना विकराल रूप ले लिया की इसका असर झाकड़ी के साथ साथ समेज खड्ड में देखा जा सकता है। गुरुवार सुबह तड़के ही बादल फटने की घटना सामने आई। जिसके बाद रहत और बचाव दस्ते एक्टिव हो गए.
मौके पर दो लोगों की मौत हो गई जिसकी पुष्टि शिमला के एसपी ने की, साथ ही रामपुर से 36 लोग लापता बताए जा रहे हैं। एनडीआरएफ की टीमें घटना स्थल पर पहुंचकर रहत कार्य में जुटी हुई है।
पूरी घटना को संज्ञान में लेने के बाद हिमांचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दो ट्वीट किये पहले में उन्होंने ने लिखा “शिमला की रामपुर तहसील, मंडी ज़िले की पधर तहसील और कुल्लू के गांव जाओन, निरमंड में बादल फटने से 50 से अधिक लोगों के लापता होने का अत्यंत दुखद समाचार मिला। NDRF, SDRF, पुलिस, होम गार्ड और फायर सर्विसेज की टीमें राहत, खोज और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। स्थानीय प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्य को सुचारु रूप से करने के निर्देश दिये गए हैं। मैं अधिकारियों से संपर्क में हूँ और राहत व बचाव कार्यों की मॉनिटरिंग कर रहा हूँ। राज्य सरकार हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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इसके बाद दूसरे ट्वीट में सीएम ने मीटिंग की एक फोटो शेयर करते हुए लिखा “बीती रात प्रदेश में कई स्थानों पर बादल फटने की दुखद घटनाओं के बाद सचिवालय में अधिकारियों के साथ आपातकालीन बैठक की जा रही है। प्रदेश सरकार बचाव व राहत कार्य में जुटी हुई है। प्रशासन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गए हैं। बैठक में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी जी भी मौजूद हैं।”