
Share Market Today: सप्ताह के पहले ही कारोबारी दिन यानी सोमवार सुबह भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली। अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर किए गए हमले के बाद पश्चिम एशिया में तनाव और गहरा गया है। इसका सीधा असर वैश्विक बाजारों के साथ-साथ भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ा।
BSE सेंसेक्स में 900 अंकों तक की गिरावट दर्ज की गई, जबकि निफ्टी 50 25,000 के अहम स्तर से नीचे चला गया। यह निवेशकों के लिए चिंता का विषय बन गया है।
सेंसेक्स-निफ्टी में तीव्र गिरावट
सोमवार सुबह 10:33 बजे तक सेंसेक्स 708.25 अंक या 0.86% गिरकर 81,699.92 के स्तर पर ट्रेड कर रहा था। वहीं, निफ्टी 50 में 216.65 अंकों की गिरावट आई और यह 24,895.75 पर पहुंच गया। लगातार दूसरे दिन निफ्टी 25,000 से नीचे फिसला है, जो बाजार में अनिश्चितता और भय का संकेत देता है।
प्रमुख शेयरों में भारी दबाव
गिरावट के मुख्य कारणों में बड़ी कंपनियों के शेयरों में आई कमजोरी भी शामिल है। जिन प्रमुख शेयरों में गिरावट दर्ज की गई, उनमें शामिल हैं:
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इंफोसिस
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जेएसडब्ल्यू स्टील
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एचसीएल टेक
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हिंदुस्तान यूनिलीवर
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श्रीराम फाइनेंस
इन शेयरों में 1.7% से 2.4% तक की गिरावट आई, जबकि कुछ समय के लिए इनमें 3% तक की कमजोरी देखी गई।
कच्चे तेल की कीमतों में उबाल
बाजार में गिरावट का एक बड़ा कारण कच्चे तेल की कीमतों में तेज उछाल है। अमेरिकी एयरस्ट्राइक के बाद ब्रेंट क्रूड 2% बढ़कर 78 डॉलर प्रति बैरल और WTI क्रूड 1.7% चढ़कर 75 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया। भारत जैसे तेल आयातक देश के लिए यह स्थिति चिंता का कारण बन रही है।
हॉर्मुज जलडमरूमध्य बना वैश्विक चिंता का केंद्र
ईरान की संसद ने हॉर्मुज जलडमरूमध्य को बंद करने का प्रस्ताव रखा है, जो वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को बाधित कर सकता है। यह भारत की ऊर्जा आपूर्ति और आर्थिक स्थिरता के लिए गंभीर चुनौती बन सकता है।
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रुपये में कमजोरी, निवेशकों की घबराहट बढ़ी
डॉलर के मुकाबले रुपया 17 पैसे टूटकर 86.72 पर आ गया है। साथ ही, इंडिया VIX (वोलैटिलिटी इंडेक्स) में 5% की तेजी से यह स्पष्ट होता है कि निवेशकों में भय और अनिश्चितता का माहौल है।