
Shahjahanpur:-राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान योजना के तहत ग्राम पंचायतों की स्वयं के स्रोतों से आय (Own Source of Revenue – OSR) बढ़ाने के उद्देश्य से विकासखंड जलालाबाद स्थित सभागार में एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यशाला में विकासखंड जलालाबाद, मिर्जापुर और कलान की सर्वाधिक आबादी वाली ग्राम पंचायतों के प्रधान एवं सचिव शामिल हुए।
कार्यक्रम में पंचायती राज विभाग के मास्टर ट्रेनर अमित कुमार ने प्रतिभागियों को ग्राम पंचायतों के राजस्व प्राप्ति के कर और गैर-कर स्रोतों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि देशभर की कई पंचायतें अपने संसाधनों के बेहतर प्रबंधन के माध्यम से कैसे आत्मनिर्भर बन रही हैं, इसके उदाहरण वीडियो प्रस्तुति के जरिए साझा किए गए। साथ ही, SWOT विश्लेषण (Strength, Weakness, Opportunity, Threat) के आधार पर पंचायतों के विकास की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की गई।
मास्टर ट्रेनर ज्योति गंगवार ने कहा कि पंचायतें तालाब पट्टा, मछली पालन, डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, जलापूर्ति, गोबर खाद एवं प्लास्टिक कचरा बिक्री जैसे उपायों से अपनी आय में वृद्धि कर सकती हैं। उन्होंने CSC, आधार केंद्र और बैंकिंग कोरेस्पोंडेंट मॉडल के माध्यम से आय सृजन की संभावनाओं पर भी प्रकाश डाला।
इस अवसर पर एडीओ पंचायत पवन कुमार, मास्टर ट्रेनर अमित कुमार और ज्योति गंगवार सहित तीनों विकासखंडों के ग्राम प्रधान एवं सचिव उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए गए और प्रशिक्षण सत्र का समापन हुआ।



