
Saurabh Bhardwaj ED Raid case: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज के आवास समेत दिल्ली-एनसीआर में 13 ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई दिल्ली में अस्पताल निर्माण परियोजना में कथित अनियमितताओं से जुड़े एक बड़े घोटाले के सिलसिले में की गई है। आरोप है कि इस प्रोजेक्ट में करोड़ों रुपये का घोटाला हुआ है।
ठेकेदारों और अधिकारियों पर भी हुई कार्रवाई
ईडी ने सिर्फ सौरभ भारद्वाज के आवास पर ही नहीं, बल्कि उन ठेकेदारों, बिचौलियों और सरकारी अधिकारियों के परिसरों पर भी छापेमारी की, जो इस घोटाले में शामिल थे। आरोप है कि इन्होंने टेंडर प्रक्रिया को प्रभावित कर सरकारी पैसे का दुरुपयोग किया और मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए घोटाला किया। इस छापेमारी का उद्देश्य इन अनियमितताओं के साक्ष्य जुटाना है।
भ्रष्टाचार निरोधक शाखा की एफआईआर
दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने 26 जून को उपराज्यपाल (एलजी) के निर्देश पर इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी। एफआईआर में दिल्ली सरकार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्रियों, निजी ठेकेदारों और अज्ञात सरकारी अधिकारियों के नाम शामिल हैं।
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आप का पलटवार: ‘पीएम मोदी की डिग्री से ध्यान भटकाने की साजिश’
सौरभ भारद्वाज के घर पर ईडी की छापेमारी के तुरंत बाद, आम आदमी पार्टी का बयान सामने आया। आप नेता मनीष सिसोदिया ने इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया और आरोप लगाया कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री से जुड़े विवाद से ध्यान भटकाने की एक साजिश है। उन्होंने कहा कि जिस समय का यह केस है, उस समय सौरभ भारद्वाज मंत्री नहीं थे, इसलिए यह पूरा मामला झूठा है। सिसोदिया ने सत्येंद्र जैन के केस का उदाहरण देते हुए कहा कि आप नेताओं पर झूठे केस दर्ज किए गए हैं।