Satara doctor suicide case: महाराष्ट्र के सातारा जिले में एक महिला डॉक्टर की आत्महत्या ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया है। फलटन तहसील के सरकारी अस्पताल में मेडिकल ऑफिसर के रूप में कार्यरत 28 वर्षीय डॉक्टर का शव एक होटल के कमरे में फंदे से लटका हुआ मिला। लेकिन इस घटना के पीछे जो कारण सामने आए हैं, वे बेहद गंभीर और चौंकाने वाले हैं।
हथेली पर लिखा नाम, चार बार रेप का आरोप
मृतका ने अपनी हथेली पर लिखा था कि सब-इंस्पेक्टर गोपाल बदाने ने उसके साथ चार बार बलात्कार किया। उसने आरोप लगाया कि पिछले पांच महीनों से वह मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित की जा रही थी। यह महिला डॉक्टर पिछले 23 महीनों से फलटन अस्पताल में कार्यरत थी और उसका बॉन्ड पीरियड समाप्त होने में केवल एक महीना बचा था।
चार पेज के सुसाइड नोट में सांसद का नाम
डॉक्टर ने एक चार पेज का सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उसने पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ एक सांसद और उसके दो पर्सनल असिस्टेंट पर भी दबाव बनाने का आरोप लगाया है। उसने लिखा कि उस पर आरोपियों के लिए फर्जी मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने का दबाव डाला जा रहा था। जब उसने ऐसा करने से इनकार किया, तो उसे परेशान किया गया।
अस्पताल में पहुंचे सांसद के सहायक, मिली धमकी
एक घटना का जिक्र करते हुए डॉक्टर ने बताया कि जब उसने एक सर्टिफिकेट देने से मना किया, तो सांसद के दो सहायक अस्पताल पहुंचे और सांसद से फोन पर बात करवाई गई। बातचीत के दौरान सांसद ने उसे इशारों-इशारों में धमकी दी, जिससे वह और अधिक मानसिक दबाव में आ गई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मामले का संज्ञान लेते हुए सातारा के पुलिस अधीक्षक तुषार दोशी से बात की और सुसाइड नोट में जिन अधिकारियों का नाम है, उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। सब-इंस्पेक्टर गोपाल बदाने को निलंबित कर दिया गया है।
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पुलिस ने दर्ज किया मामला, एक आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने डॉक्टर के सुसाइड नोट के आधार पर सब-इंस्पेक्टर गोपाल बदाने और सॉफ्टवेयर इंजीनियर प्रशांत बांकर के खिलाफ बलात्कार और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। प्रशांत बांकर को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि गोपाल बदाने फरार है और उसकी तलाश जारी है।



