Prayagraj News: पाँच दिवसीय शॉर्ट-टर्म कोर्स “ग्रीन रूट्स टू नैनोमटेरियल्स सिंथेसिस एंड एप्लीकेशंस” का शुभारंभ

Prayagraj News: मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MNNIT) इलाहाबाद के केमिकल इंजीनियरिंग विभाग और बायोटेक्नोलॉजी विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित पाँच दिवसीय शॉर्ट-टर्म कोर्स “ग्रीन रूट्स टू नैनोमटेरियल्स सिंथेसिस एंड एप्लीकेशंस (GRNSA–I)” का शुभारंभ 27 अक्टूबर, 2025 को संस्थान के एग्जीक्यूटिव डेवलपमेंट सेंटर (EDC) में हुआ।
यह कोर्स MNNIT इलाहाबाद के केमिकल इंजीनियरिंग और बायोटेक्नोलॉजी विभागों के तत्वावधान में डॉ. मोनिका प्रकाश राय (कन्वीनर), डॉ. अंकुर गौर (कन्वीनर), प्रो. साधना सचान (कोऑर्डिनेटर) और डॉ. धीरज आहूजा (कोऑर्डिनेटर) द्वारा आयोजित किया जा रहा है। उद्घाटन समारोह की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुई। सत्र का संचालन डॉ. धीरज आहूजा ने किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. बी. आर. अम्बेडकर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जालंधर के रजिस्ट्रार एवं इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल इंजीनियर्स (IIChE) के अध्यक्ष प्रो. अजय बंसल तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली के सेंटर फॉर बायोमेडिकल इंजीनियरिंग की प्रोफेसर एवं प्रमुख प्रो. नीतू सिंह उपस्थित रहीं।

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कार्यक्रम की अध्यक्षता MNNIT इलाहाबाद के कार्यवाहक निदेशक प्रो. वी. के. श्रीवास्तव ने की। बायोटेक्नोलॉजी विभाग की प्रमुख प्रो. मनीषा सचान और केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख डॉ. दीपेश एस. पटले ने भी सभा को संबोधित किया। कोर्स की विषयवस्तु का परिचय और विवरण डॉ. मोनिका प्रकाश राय ने दिया, जबकि इसके औद्योगिक दृष्टिकोण पर डॉ. अंकुर गौर ने प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि प्रो. अजय बंसल ने “एक्सप्लोरिंग नैनोटेक्नोलॉजी: फ्रॉम फंडामेंटल्स टू फ्यूचर प्रॉस्पेक्ट्स” विषय पर एक ज्ञानवर्धक कीनोट लेक्चर दिया, जिसमें नैनोटेक्नोलॉजी के मौलिक सिद्धांतों और नई दिशाओं पर प्रकाश डाला गया। विशिष्ट अतिथि प्रो. नीतू सिंह ने “3डी प्लेटफॉर्म्स फॉर इन-सिटू डिजीज मॉनिटरिंग” विषय पर अपनी कीनोट टॉक प्रस्तुत की, जिसमें नैनोबायोटेक्नोलॉजी और बायोमेडिकल अनुसंधान में नवीनतम प्रगतियों पर बल दिया गया। कार्यक्रम के अंत में प्रो. साधना सचान ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया और कार्यक्रम को सफलतापूर्वक आयोजित करने में सहयोग प्रदान करने के लिए कार्यवाहक निदेशक, डीन, विभागाध्यक्षों, प्रशासनिक अधिकारियों, CIR एवं EDC के इंचार्ज और उनके स्टाफ, तथा छात्र स्वयंसेवकों का आभार व्यक्त किया। इस पाँच दिवसीय कोर्स में कुल 71 प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया है, जिनमें स्नातक (UG), स्नातकोत्तर (PG) और पीएच.डी. छात्र, साथ ही विभिन्न विभागों के लगभग 15 प्राध्यापक शामिल हैं। यह कार्यक्रम 31 अक्टूबर, 2025 तक चलेगा, जिसमें IITs, केंद्रीय एवं राज्य विश्वविद्यालयों तथा CIPLA और DRDO जैसी प्रतिष्ठित उद्योगों से आए विशेषज्ञ अपने व्याख्यान देंगे। इस कोर्स में हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग सत्र भी शामिल हैं, जिनके माध्यम से प्रतिभागियों को नैनोमटेरियल संश्लेषण, विशेषण तकनीकों और उनके स्वास्थ्य, ऊर्जा तथा पर्यावरणीय स्थिरता में विविध अनुप्रयोगों पर व्यावहारिक अनुभव प्राप्त होगा।

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