
Prayagraj News:उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के आदेश एवं जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री संजीव कुमार के निर्देश पर मध्यस्थता अभियान-2025 (1 जुलाई से 30 सितम्बर) के अन्तर्गत जनपद न्यायालय, प्रयागराज में बुधवार को विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री दिनेश कुमार गौतम, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने की।
लघु नाटकों से दिया सामाजिक संदेश
शिविर में “प्रतिष्ठा का संघर्ष”, “क्रूरता की दीवार” और “दर्द की जड़” शीर्षक से पति-पत्नी के आपसी विवादों पर आधारित लघु नाटक प्रस्तुत किए गए। नाटकों के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि दाम्पत्य जीवन में उत्पन्न गलतफहमियाँ और मतभेद संवाद व समझ से सुलझाए जा सकते हैं। यदि विवाद अदालत तक पहुँचते हैं तो केवल परिवार ही नहीं, बल्कि रिश्तों की गरिमा भी प्रभावित होती है।
नाटकों में यह दिखाया गया कि अदालत में मुकदमेबाजी के बजाय मेडिएशन (सुलह-समझौता प्रक्रिया) रिश्तों को नया जीवन दे सकती है।
मंचन व भूमिकाएँ
नाट्य प्रस्तुतियों में श्री दिनेश कुमार गौतम ने न्यायाधीश की भूमिका निभाई। अन्य भूमिकाओं में डॉ. अजय मेहरा, प्रवीण कुमार त्रिपाठी, अनीश शर्मा, डॉ. आरव मेहता, डॉ. सीमा मेहरा, प्रज्ञा शर्मा, डॉ. प्रिया, अनुष्का कुशवाहा, पूजा यादव, आरती यादव, विकास गुप्ता, निखिल मिश्रा, देवेश शुक्ला, रेनू देवी, प्रतिभा मिश्रा व आशीष आदि शामिल रहे। संगीत का संचालन अमित यादव ने किया। नाट्य लेखन व निर्देशन ऋतंधरा मिश्रा ने किया।
अपील और सम्मान
सचिव श्री दिनेश कुमार गौतम ने समाज से अपील की कि पति-पत्नी के मतभेदों को संवाद, सहयोग और संवेदना से सुलझाएँ। अदालत को अंतिम उपाय माना जाए, पहला नहीं।
कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार शरद द्विवेदी, श्रीकांत शास्त्री, आज तक के पत्रकार आनंद राज और वरिष्ठ रंगकर्मी विनय श्रीवास्तव को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। सभी कलाकारों को भी सम्मानित किया गया।
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रिपोर्ट: राजेश मिश्रा प्रयागराज