
Prayagraj News:‘समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश@2047’ अभियान के दूसरे दिन बुधवार को कलेक्ट्रेट, विकास भवन और कृषि विज्ञान केंद्र नैनी में वृहद संवाद कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम में अर्थशक्ति, सृजनशक्ति और जीवनशक्ति थीम के तहत चिन्हित 12 सेक्टरों में प्रदेश व देश को विकसित बनाने पर विस्तार से चर्चा हुई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता संजय आर. भूसरेड्डी, अध्यक्ष उत्तर प्रदेश भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण व नोडल अधिकारी ने की। इस दौरान उद्यमियों, व्यापारियों, स्वयंसेवी संस्थाओं, महिला समूहों, कृषि वैज्ञानिकों और कृषकों ने अपने सुझाव रखे।
प्रमुख बिंदु :
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उद्यमियों व व्यापारियों ने इंडस्ट्रियल हब, स्किल्ड मैनपावर, पर्यटन सर्किट, स्मार्ट विलेज और इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर डिजाइन सेंटर विकसित करने पर बल दिया।
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महिला समूहों व स्वयंसेवी संस्थाओं ने श्रमिकों की समस्याओं, हस्तशिल्प उत्पादों की बिक्री, हुनर हाट, स्थायी बाजार और दुर्घटना बीमा जैसी व्यवस्थाओं की मांग उठाई।
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कृषि वैज्ञानिकों व कृषकों ने ई-नाम पोर्टल, फूड प्रोसेसिंग, मत्स्य पालन, ऑनलाइन मार्केटिंग और न्यूक्लियर मेडिसिन एग्रीकल्चर पर सुझाव दिए।
नोडल अधिकारी भूसरेड्डी ने कहा कि सरकार द्वारा जारी क्यूआर कोड के माध्यम से भी जनता अपने सुझाव अपलोड कर सकती है। अच्छे और उपयोगी सुझाव देने वालों को पुरस्कृत भी किया जाएगा।
जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने कहा कि प्रयागराज को इंडस्ट्रियल हब और विश्व स्तरीय पर्यटन गंतव्य बनाने की दिशा में योजनाएं तैयार की जा रही हैं। शहर को स्वच्छ, हरित और पर्यावरण अनुकूल बनाने के साथ गंगा एक्सप्रेस वे के जरिए इसे लॉजिस्टिक्स हब के रूप में विकसित किया जाएगा।
कार्यक्रम में एम. देवराज, प्रमुख सचिव राज्यकर विभाग, मुख्य विकास अधिकारी हर्षिका सिंह, प्रो. प्रशांत कुमार घोष, विभव मानसिंह, एस.के. चौहान, अजय कुमार सिंह सहित बड़ी संख्या में विशेषज्ञ, उद्यमी, व्यापारी, स्वयंसेवी संगठन, महिला समूह और किसान उपस्थित रहे।
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रिपोर्ट: राजेश मिश्रा प्रयागराज