
Prayagraj News- विज्ञान विषय की मेधावी छात्रा अपने ही विद्यालय के एक शिक्षक की अत्यधिक प्रताड़ना से गहरे सदमे में चली गई। वर्तमान में उसका इलाज न्यूरो विशेषज्ञ के यहां चल रहा है। उसकी हालत देखकर छात्रा की गरीब मीडिल क्लास फैमिली बहुत ही परेशान है। हर हाल में उसे बचाने के लिए रुपये कर्ज लेकर इलाज करा रही है। पिछले पांच दिनों से अस्पताल में भर्ती छात्रा के इलाज में लगभग ५० हजार रुपये खर्च हो चुके हैं। लेकिन आरोपी शिक्षक के विरुद्ध विद्यालय प्रबंधन ने अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया है। विद्यालय प्रबंधन के इस रवैए से निराश होकर छात्रा के पिता ने नैनी थाने में शिक्षक के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराने को तहरीर दी है। छात्रा के उत्पीड़न का मामला शहर से लगायत नैनी क्षेत्र के नई बाजार स्थित भैया राकेश द्विवेदी स्मारक सरस्वती शिशु विद्या मंदिर इंटर कॉलेज,नई बाजार, छिवकी नैनी का है।विद्यालय की इंटर की मेधावी छात्रा निशिता को कोचिंग क्लास ज्वाइन करने के लिए विद्यालय के एक शिक्षक ने इतना मानसिक प्रताड़ित किया कि वह गहरे सदमे में चली गई। गंभीर दशा में छात्रा को उसके परिजन ने घर से नजदीक अस्पताल में भर्ती कराया था। रविवार को न्यूरो सर्जन से इलाज कराने के लिए उसे रेफर कर दिया गया। उसकी हालत इतनी बिगड़ चुकी है की अस्पताल के बेड पर थोड़ी थोड़ी देर में खौफ के मारे चौंक जाती है।
छात्रा की फैमिली बेहद चिंतित है। फैमिली का कहना है कि उसे एक मिनट के लिए भी अकेले नहीं छोड़ा जा सकता। नैनी औद्योगिक क्षेत्र के शांतिपुरम् मोहल्ले में छात्रा निशिता परिवार के साथ रहती है। उसके पिता रजनीश श्रीवास्तव ने सोशल प्लेटफॉर्म पर वीडियो क्लिप्स वायरल किया है। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया गया है कि उनकी बेटी निशिता छठी कक्षा से भैया राकेश द्विवेदी स्मारक सरस्वती शिशु विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में पढ़ रही है। विज्ञान विषय में उसने दसवीं कक्षा की यूपी बोर्ड परीक्षा 83 फीसदी अंक के साथ उत्तीर्ण की थी। इस वक्त बायोलॉजी विषय से इंटर कर रही है। रेग्युलर क्लास करते हुए विद्यालय की ऑनलाइन क्लास भी ज्वाइन करती थी। २० जुलाई को उनकी बेटी घर आई तो बेहद सहमी हुई थी। आते ही बेहोश होकर गिर गई। उसकी हालत बिगड़ती जा रही थी। उसे तत्काल घर के नजदीक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया। इस दौरान छात्रा गहरे सदमे में जा चुकी थी। पांच दिनों तक इलाज के बाद चिकित्सक ने उसे किसी न्यूरो विशेषज्ञ को दिखाने के लिए रेफर किया है।
अभी तक उसकी स्थिति सामान्य नहीं हो सकी है। पिता ने बताया कि निशिता के विद्यालय में शिक्षक मनीष द्विवेदी उसपर अपने यहां कोचिंग पढ़ने का दबाव बना रहे थे। छात्रा तैयार नहीं हो रही थी। इससे गुस्साए शिक्षक ने विद्यार्थियों के बीच उसे किसी न किसी बहाने बेवजह गलती निकाल कर पीटना, बेंच पर खड़ा कर देना, मुर्गा बना देना और एग्जाम में फेल कर देने की धमकी देना शुरू कर दिया।शिक्षक के रवैए से अपमान बोध से गुजर रही छात्रा डिप्रेशन में चली गई। शनिवार को विद्यालय के प्रबंधक कीर्ति द्विवेदी अस्पताल में उससे मिलने पहुंचे। लेकिन उनकी तरफ से इलाज में कोई सहयोग नहीं किया गया। ना ही आरोपी शिक्षक के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही की गई। रविवार को भी विद्यालय के गौरव सर छात्रा को देखने गए थे। उसके भीतर बैठे डर को निकालने की कोशिश की। स्कूल के प्रबंधक कीर्ति द्विवेदी ने बताया कि छात्रा की स्तिथि सामान्य होने का इंतजार है।
जब वह स्वस्थ हो जाएगी तो उससे बातचीत कर आगे कि कार्यवाही विद्यालय प्रबंधन करेगा। जबकि आरोपी शिक्षक मनीष द्विवेदी के विषय पर प्रबंधक का कहना है कि शिक्षक से बात करने पर उन्होंने ऐसी किसी भी तरह की बात से इनकार किया। दूसरी तरफ छात्रा के पिता द्वारा मिली तहरीर पर पुलिस ने जाँच कर कार्यवाही करने की बात कही है।
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रिपोर्ट-घनश्याम शुक्ला