
Prayagraj News- भ्रष्टाचार के खिलाफ योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के बावजूद ज़मीनी स्तर पर जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी ही इसमें संलिप्त नजर आ रहे हैं। ताजा मामला विकासखंड शंकरगढ़ के रूम ग्रामसभा से सामने आया है, जहाँ भाजपा नेता व किसान धर्मराज पाल ने ग्राम प्रधान एवं सपा नेता समरजीत यादव पर नरेगा योजना के अंतर्गत ₹2,92,700 के फर्जी भुगतान का गंभीर आरोप लगाया है।
धर्मराज पाल ने जिलाधिकारी प्रयागराज को दिए अपने शिकायती पत्र में बताया कि वर्ष 2023-24 में उन्होंने अपने निजी खेत में मछली पालन हेतु जेसीबी मशीन से तालाब खुदवाया था और उनके छोटे भाई हंसराज पाल ने समतलीकरण व मेड़बंदी भी निजी खर्च से कराया था। लेकिन ग्राम प्रधान व सचिव ने कथित रूप से इस निजी कार्य को नरेगा योजना में दर्ज कर ₹1,99,000 तथा ₹93,700 का फर्जी भुगतान कर दिया।
जिलाधिकारी के निर्देश पर डीडीओ, बीडीओ सहित प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों से पूछताछ की गई।
डीडीओ प्रयागराज ने दूरभाष पर बताया कि “भुक्तभोगी द्वारा प्रस्तुत तस्वीरें और साइट विज़िट की जानकारी फाइल में उपलब्ध है। प्रथम दृष्टया मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है। हो सकता है पहले दोनों पक्षों के संबंध अच्छे रहे हों और अब बिगड़ने पर मामला आरोप-प्रत्यारोप का हो। तथ्यों की पुष्टि जांच के बाद ही संभव है।”
धर्मराज पाल ने मांग की है कि उच्चस्तरीय और निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए, ताकि शासन की योजनाओं का दुरुपयोग न हो और आमजन का विश्वास प्रशासन पर बना रहे।