Prayagraj News-परिषदीय विद्यालयों के मर्जर के विरोध में इलाहाबाद विश्वविद्यालय में उग्र छात्र प्रदर्शन

मशाल जुलूस निकाल कर छात्रों ने बताया सरकार का निर्णय शिक्षा विरोधी

Prayagraj News-उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 27764 परिषदीय विद्यालयों के मर्जर के फैसले के विरोध में इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रों ने जोरदार और उग्र प्रदर्शन किया।
सलोरी टैक्सी स्टैंड से ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज तक निकाले गए मशाल जुलूस में सैकड़ों छात्रों ने भाग लिया।
हाथों में जलती मशालें और “शिक्षा के दुश्मनों होश में आओ” जैसे नारों के साथ छात्रों ने सरकार के फैसले को गरीब और ग्रामीण बच्चों के भविष्य के साथ अन्याय बताया।


छात्रों का आरोप: मर्जर से शिक्षा का अधिकार खतरे में

समाजवादी छात्र सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अजय सिंह सम्राट ने कहा:

“योगी सरकार का यह फैसला शिक्षा के अधिकार (RTE) का खुला उल्लंघन है। ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे पहले ही संसाधनों के अभाव में हैं, अब स्कूल बंद करना उनके भविष्य को अंधेरे में धकेलने जैसा है।”

उन्होंने यह भी कहा कि:

  • पिछले 5 वर्षों से कोई नई शिक्षक भर्ती नहीं निकली है

  • TET और CTET पास लाखों युवा बेरोजगारी और उम्रसीमा से जूझ रहे हैं

  • सरकार शिक्षा और रोजगार दोनों मोर्चों पर विफल रही है


छात्रों की मुख्य मांगें:

  1. 27764 स्कूलों का मर्जर तत्काल रद्द किया जाए

  2. नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाए

  3. सभी TET/CTET पास अभ्यर्थियों को नियुक्ति का मौका मिले

  4. शिक्षा बजट में कटौती रोकी जाए और निवेश बढ़ाया जाए


प्रमुख छात्र नेता रहे शामिल:

  • आशुतोष मौर्य (महासचिव, इलाहाबाद विश्वविद्यालय इकाई)

  • विकास यादव

  • अभिषेक यादव

  • प्रभात कुमार

  • प्रियाशु रंजन

  • विभोज यादव

  • शिवम, आरिश, अमित कुमार, सिद्धार्थ कुमार, आकर्ष सिंह पटेल
    सहित दर्जनों छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

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आंदोलन की चेतावनी

छात्र नेताओं ने साफ कहा कि यदि सरकार ने उनकी मांगों की अनदेखी की, तो प्रदेशव्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा।

मशाल जुलूस शांतिपूर्ण रहा, लेकिन छात्रों ने स्पष्ट और दृढ़ संदेश दिया –

“शिक्षा और भविष्य के अधिकार पर कोई समझौता नहीं!”

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