
Prayagraj: उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक उपेंद्र चंद्र जोशी ने भारतीय रेल ट्रैक मशीन प्रशिक्षण केंद्र (आई आर टी एम टी सी) का निरीक्षण किया। प्रांगण में महाप्रबंधक के आगमन पर स्वागत मुख्य अभियंता, ट्रैक मशीन, उत्तर मध्य रेलवे, गौरव वर्मा ने किया। स्वागत उपरांत उन्होंने आई आर टी एम टी सी के नक़्शे के साथ आधुनिक ट्रैक रख रखाव में प्रशिक्षण केंद्र की महत्ता पर प्रकाश डाला। साथ ही, यहां की प्रशिक्षण क्षमता पर प्रकाश डालते हुए भविष्य में नए मशीनों के आगमन पर प्रशिक्षण की बढ़ती मांग से भी महाप्रबंधक महोदय को अवगत कराया।
महाप्रबंधक ने प्रशिक्षण की आधुनिक तकनीकियों से लैस इस संस्थान में मौजूद आधुनिक टैम्पिंग मशीन टैम्पिंग एक्सप्रेस की सिम्युलेटर का भी जायजा लिया। इस सिम्युलेटर की सहायता से रेल पथ का रख-रखाव करने वाली मशीन के विभिन्न संचालनों से नए प्रशिक्षुओं को अवगत कराया जाता है, जिससे प्रशिक्षुओं को मशीनों में कुशल संचालन करने में मदद मिलती है। ज्ञात हो कि आई आर टी एम टी सी विश्व में मात्र तीसरा ऐसा प्रशिक्षण केंद्र है जहाँ ट्रैक मशीन का तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रशिक्षण क्षमता के आधार पर यह विश्व का सबसे बड़ा ट्रैक मशीन प्रशिक्षण संस्थान है।
इसी क्रम में आगे बढ़ते हुए आई आर टी एम टी सी के प्रधानचार्य संजय अस्थाना ने मुख्य अभियंता गौरव वर्मा के साथ संस्थान में मौजूद विभिन्न प्रयोगशालाओं में मौजूद आधुनिक उपकरणों के विषय में अवगत कराया। प्रयोगशालाओं के निरीक्षण के दौरान तकनीकी चर्चा में महाप्रबंधक महोदय ने ट्रैक मशीन की चुनौतियों को समझते हुए अपने कई सुझाव एवं आवश्यक मार्गदर्शन दिया।
भारत का एकमात्र प्रशिक्षण केंद्र होने के कारण यहाँ मौजूद ‘फ़ोटो एवं आर्काइव गैलरी’ की व्यवस्था से भी उत्तर मध्य रेलवे के मुखिया को अवगत कराया गया, जिसमे रखे भारतीय रेल ट्रैक मशीन के विभिन्न धरोहर एवं विरासती पुर्ज़ों की महाप्रबंधक ने सराहना की।
महाप्रंभक एवं उनके साथ आए अधिकारियों ने प्रशिक्षण केंद्र में निर्माणाधीन सभागार का भी मुआयना किया एवं उसमे स्टेट-ऑफ-दी-आर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता को सुनिश्चित करने हेतु महाप्रबंधक महोदय की उपस्थिति में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए।
भारतीय रेल यात्रियों को तेज़ रफ़्तार की सौगात को सुनिश्चित करने के लिए रेल पटरियों की ट्रैक मशीनों द्वारा पूर्ण-यंत्रीकृत (मेकेनाइज़्ड) रखरखाव की ओर तेज़ी से अग्रसर है, इसके लिए ट्रैक मशीनों की संख्या में तेज़ी से वृद्धि की जा रही है।
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आई आर टी एम टी सी में भारतीय रेलवे ट्रैक मशीन के विभिन्न पर्यवेक्षक, प्रशिक्षुओं समेत अन्य रेलवे पीएसयू के साथ विदेशी रेलवे के प्रशिक्षुओं को भी प्रशिक्षण दिया जाता है। ऐसे में यह प्रशिक्षण केंद्र विगत 40 से ज्यादा वर्षों की प्रशिक्षण अनुभव के साथ भारतीय रेलवे का वह धरोहर बनकर सामने आया है जिसकी महत्ता बीते समय की तुलना में आने वाले समय मे कई गुणा साबित होने वाली है।
निरीक्षण में महाप्रबंधक के साथ प्रमुख मुख्य अभियंता एस सी जैन समेत प्रमुख मुख्य विद्युत अभियंता, प्रमुख मुख्य सिग्नल अभियंता, वरिष्ठ उप महाप्रबंधक समेत उत्तर मध्य रेलवे के अन्य अधिकारीगण सम्मिलित थे।
रिपोर्ट: राजेश मिश्रा प्रयागराज