Prayagraj: प्रयागराज में रविवार को आयोजित हो रहा है प्रथम आर्थोप्लास्टी मीट 2025

Prayagraj: यूपी आर्थोपेडिक एसोसिएशन और इंडियन आर्थोप्लास्टी एसोसिएशन के तत्वावधान में प्रयागराज आर्थोपेडिक एसोसिएशन रविवार को होटल कान्हा श्याम में प्रथम प्रयागराज आर्थोप्लास्टी मीट 2025 का आयोजन करने जा रहा है। उक्त जानकारी देते हुए सम्मेलन की आयोजन सचिव डॉ मनीषी बंसल ने बताया कि पूरा सम्मेलन आयोजन अध्यक्ष डॉ के डी त्रिपाठी और डॉ कपिल कुलश्रेष्ठ के कुशल मार्गदर्शन में वैज्ञानिक अध्यक्ष प्रोफेसर डीसी श्रीवास्तव के संरक्षण में आयोजित किया जा रहा है।

प्रयागराज ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ राकेश चंद्रा और सचिव डॉ निमिष अग्रवाल सक्षम आयोजन अध्यक्ष और आयोजन सचिव के नेतृत्व में देश भर के प्रतिष्ठित ऑर्थोपेडिक सर्जनों और संकाय सदस्यों की एक प्रभावशाली सूची के साथ इसका आयोजन करने जा रहे हैं। डॉ बंसल ने आगे बताया कि इस पाठ्यक्रम में ऑर्थोपेडिक सर्जन, चिकित्सा पेशेवरों और स्वास्थ्य सेवा के प्रति उत्साही सहित 200 से अधिक प्रतिभागियों के भाग लेने की उम्मीद है। पाठ्यक्रम में प्रतिष्ठित वक्ताओं में डॉ अनिल अरोड़ा नई दिल्ली मैक्स अस्पताल डॉ सी एस यादव, डॉ विजय कुमार डॉ रवि मित्तल एम्स नई दिल्ली, डॉ राजकुमार नटेसन गंगा अस्पताल कोयंबटूर , डॉ अनिल थॉमस सीएमसी वेल्लोर , डॉ संजीव जैन मुंबई ,डॉ देबब्रत पाढ़ी भुवनेश्वर आर्थोपेडिक सर्जरी में प्रमुख अग्रणी व्यक्ति हैं।

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आयोजन सचिव डॉ. मनीषी बंसल ने कहा, “यह सम्मेलन आर्थोपेडिक सर्जनों को क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ लोगों से सीखने और अपने अनुभव साझा करने के लिए एक अनूठा मंच प्रदान करता है। हम प्रयागराज में विशेषज्ञों के ऐसे प्रतिष्ठित समूह का स्वागत करते हुए रोमांचित हैं। प्रतिभागियों को नवीनतम वार्ता, इंटरैक्टिव और सत्र पैनल चर्चाओं में शामिल होने का अवसर मिलेगा, जो आर्थोप्लास्टी में नवीनतम प्रगति और सर्वोत्तम प्रथाओं पर चर्चा करेंगे। यह आयोजन आर्थोपेडिक पेशेवरों के बीच सहयोग और ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने का वादा करता है, जिससे अंततः रोगी देखभाल को लाभ होगा। उन्होंने आगे कहा कि आर्थोप्लास्टी, जिसे संयुक्त प्रतिस्थापन सर्जरी के रूप में भी जाना जाता है, एक शल्य प्रक्रिया है जिसमें क्षतिग्रस्त या रोगग्रस्त जोड़ को कृत्रिम जोड़ (प्रोस्थेसिस) से बदलना शामिल है। इस प्रक्रिया का उद्देश्य संयुक्त कार्य को बहाल करना और गठिया जैसी स्थितियों के कारण होने वाले दर्द को कम करना है। प्रयागराज आर्थ्रोप्लास्टी कोर्स न केवल एक महत्वपूर्ण शैक्षिक प्रयास है, बल्कि भारत में आर्थोपेडिक विशेषज्ञों के बढ़ते समुदाय का उत्सव भी है।

रिपोर्ट: नवीन सारस्वत, प्रयागराज

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