Prayagraj: घूरपुर थाने के पास सीज हुई गाड़ियाँ बनीं दुर्घटना का कारण, प्रशासन मौन

Prayagraj: उत्तर प्रदेश के सरकार एक ओर जहाँ सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यातायात नियमों के प्रति लोगों को जागरूक करने का अभियान चला रही है।वहीं दूसरी ओर प्रयागराज पुलिस और आरटीओ प्रशासन की लापरवाही के कारण सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ता जा रहा है। स्थानीय नागरिकों के अनुसार यातायात नियमों के उल्लंघन में जब्त हुई गाड़ियों को पुलिस द्वारा थानों के सामने खासकर हाईवे के किनारे खड़ा कर दिया जाता है। इससे न केवल यातायात बाधित होता है। बल्कि सड़क हादसों की संभावनाएं भी बढ़ जाती हैं। कई बार इन गाड़ियों के कारण बड़ी दुर्घटनाएँ घट चुकी हैं। इसके बावजूद प्रशासन इस समस्या की अनदेखी कर रहा है।

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प्रयागराज के विभिन्न थाना क्षेत्रों में हाईवे के किनारे खड़ी इन जब्त गाड़ियों को लेकर लोग लगातार शिकायत कर रहे हैं। नागरिकों का कहना है। कि इन गाड़ियों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाना चाहिए, ताकि दुर्घटनाओं से बचा जा सके। कई बार लोगों ने प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। विशेषज्ञों का मानना है। कि जब्त गाड़ियों को हाईवे के किनारे खड़ा करने से सड़क पर अचानक रुकावट पैदा होती है। जिससे तेज रफ्तार में आने वाले वाहन चालक समय पर गाड़ी नहीं रोक पाते। इसके परिणाम स्वरूप दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से अपील की है। कि जब्त गाड़ियों को सुरक्षित स्थान पर पार्क किया जाए और हाईवे के किनारे से हटाया जाए। प्रशासन को इस समस्या पर गंभीरता से विचार कर ठोस कदम उठाने की जरूरत है ताकि अनावश्यक दुर्घटनाओं से बचा जा सके।

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