
Pratapgarh News-ग्राम रूपधर पाण्डेय का पुरवा, दिलीपपुर में स्वास्थ्य विभाग के बड़े बाबू अश्वनी कुमार पाण्डेय के संयोजन में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है।

Pratapgarh News-ग्राम रूपधर पाण्डेय का पुरवा, दिलीपपुर में स्वास्थ्य विभाग के बड़े बाबू अश्वनी कुमार पाण्डेय के संयोजन में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है।
कार्यक्रम स्थल पर श्री धाम वृन्दावन ब्रजमंडल से पधारे प्रसिद्ध कथा वाचक ईश्वर चंद्र शास्त्री महाराज अपने मुखारविंद से भक्तों को भागवत रस का अमृतपान करा रहे हैं।
कथा के दौरान आचार्य जी महाराज ने कहा कि —
“मन का सच्चा गुरु आत्मा है। कलयुग में केवल दान और दया ही धर्म के आधार हैं।”
उन्होंने राजा परीक्षित और शमीक ऋषि की कथा सुनाते हुए समझाया कि जब परीक्षित ने ऋषि के गले में मृत सर्प डाला, तब उन्होंने वास्तव में अपने गले में जीवित सर्प लपेट लिया, क्योंकि ऐसा कर्म काल को आमंत्रित करता है।
आचार्य जी ने बताया कि रजोगुण में फंसा जीव ही सच्चे अर्थों में काल के बंधन में होता है, जबकि जितेंद्रिय योगी काल से परे हो जाता है।
कथा स्थल पर प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
भक्त भजन-कीर्तन और कथा श्रवण में लीन होकर अध्यात्मिक आनंद का अनुभव कर रहे हैं।

इस अवसर पर डॉ. दिनेश शुक्ला, उमेश मिश्र, योगेन्द्र शुक्ला, राघवेन्द्र शुक्ला, अवधेश शुक्ला, भास्कर दुबे, विपिन पाण्डेय, अनुपम, अनुज सहित अनेक गणमान्य नागरिक और भक्तगण उपस्थित रहे।
रिपोर्ट : उमेश पाण्डेय