
New Delhi- सऊदी अरब के दम्माम में आयोजित एशियाई अंडर-18 एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पुरुष भाला फेंक स्पर्धा में भारत के हिमांशु जाखड़ ने इतिहास रच दिया। हिमांशु ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 67.57 मीटर दूर भाला फेंक कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इस ऐतिहासिक जीत के बाद अब हिमांशु की नजरें 4 से 15 मई तक बिहार में होने वाले खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 पर टिकी हैं।
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हरियाणा के झज्जर जिले के सलाहवास गांव के रहने वाले 17 वर्षीय हिमांशु ने यह स्वर्ण पदक चीन के लू हाओ (63.45 मीटर) और उज्बेकिस्तान के रुसलान सदुल्लाएव (61.96 मीटर) को पीछे छोड़ते हुए हासिल किया। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले हिमांशु के पिता दलवीर और मां रीना भी अपने बेटे की इस उपलब्धि से बेहद खुश हैं।
नीरज चोपड़ा से लेते हैं प्रेरणा
हिमांशु ने साई मीडिया को बताया कि पांच साल पहले भाला उठाया था और शुरुआती ट्रेनिंग गांव में ही ली। पिछले कुछ सालों से वो साइ सेंटर हिसार में कोच अरविंद के मार्गदर्शन में अभ्यास कर रहे हैं। हिमांशु ने कहा, “यह अनुभव बहुत शानदार रहा। देश के लिए गोल्ड जीतना मेहनत और अच्छे प्रशिक्षण का ही नतीजा है। मेरी प्रेरणा हमेशा ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा रहे हैं। मैं उनकी विनम्रता और दबाव में भी शांत रहने की कला से बहुत कुछ सीखता हूं।”
हिमांशु ने कहा, “अब मेरा अगला लक्ष्य खेलो इंडिया यूथ गेम्स है, जहां मैं अपनी काबिलियत दिखाकर देश के प्रतिभा खोजकर्ताओं का ध्यान खींचना चाहता हूं। यह मंच हमारे जैसे युवाओं के लिए बहुत अहम है, जिससे हम आगे चलकर देश का प्रतिनिधित्व कर सकें।” गौरतलब है कि हिमांशु ने इससे पहले 700 ग्राम के भाले में 74.56 मीटर का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिसंबर 2024 में नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में किया था।