
Mumbai News-देश के सबसे प्रतिष्ठित उद्योगपति घरानों में से एक, बिड़ला परिवार के चिराग और आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने ‘कौन बनेगा करोड़पति 17’ के मंच पर एक ऐसा खुलासा किया है, जिसने हर किसी को सोचने पर मजबूर कर दिया है। फिनाले एपिसोड में अमिताभ बच्चन के सामने हॉटसीट पर बैठे आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने बताया कि अरबों के साम्राज्य का वारिस होने के बावजूद, उनके पिता ने उनके सामने एक कड़ी शर्त रखी थी।
क्या थी पिता की वह ‘शर्त’? शो के दौरान बातचीत में कुमार मंगलम बिड़ला ने बताया कि उनके पिता, दिवंगत आदित्य विक्रम बिड़ला, बहुत स्पष्टवादी थे। वे नहीं चाहते थे कि उनका बेटा चांदी का चम्मच लेकर बड़ा होने के कारण मेहनत की कीमत भूल जाए।आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिरला ने खुलासा किया कि उनके पिता की एक अघोषित शर्त थी कि “अगर बिजनेस संभालना है, तो जिंदगी को आम आदमी की तरह जीना सीखना होगा।”
लग्जरी नहीं, बस और ट्रेन का सफर इस शर्त को पूरा करने के लिए कुमार मंगलम बिड़ला को कॉलेज या काम पर जाने के लिए लग्जरी गाड़ियां नहीं दी जाती थीं। उन्होंने बताया, “मुझे पब्लिक ट्रांसपोर्ट यानी बस और ट्रेन में सफर करना पड़ता था। मुझे जेब खर्च भी बहुत सीमित मिलता था, ताकि मैं पैसे की अहमियत समझ सकूं।”
वर्कर्स के साथ पसीना बहाया सिर्फ सफर ही नहीं, काम सीखने के दौरान भी उन्हें कोई वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं मिला। कुमार मंगलम बिड़ला ने बताया कि उनके पिता ने उन्हें एक स्पिनिंग मिल (Spinning Mill) में काम करने भेजा था। वहां उन्होंने मजदूरों और आम कर्मचारियों के साथ काम किया, पसीना बहाया और जमीनी स्तर पर बिजनेस की बारीकियों को समझा।
अमिताभ बच्चन ने की परवरिश की तारीफ यह सुनकर अमिताभ बच्चन बेहद प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि आज के दौर में जब माता-पिता अपने बच्चों को हर सुख-सुविधा देने की होड़ में रहते हैं, बिड़ला परिवार की यह परवरिश और अनुशासन वाकई एक मिसाल है। बिग बी ने कहा कि यही वो नींव है जिसने कुमार मंगलम बिड़ला को आज इतना सफल और विनम्र व्यक्ति बनाया है।
Mumbai News-Read Also-Sonbhadra News-अनपरा नगर पंचायत के सर्वांगीण विकास हेतु मिलकर कार्य करने का लिया गया संकल्प



